नई दिल्ली, 24 फरवरी (युआईटीवी/आईएएनएस)- प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने श्री बांके बिहारी एक्सपोर्ट्स लिमिटेड (एसबीबीईएल) के 605 करोड़ रुपये के धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में अमर चंद गुप्ता, राम लला गुप्ता, राज कुमार गुप्ता और परिवार के अन्य सदस्यों के परिसरों में छापे मारे। ईडी के एक अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ने मंगलवार को कई स्थानों पर छापे मारे।
ईडी ने एसबीबीईएल,उसके निदेशकों अमर चंद गुप्ता और अन्य अज्ञात लोक सेवकों या व्यक्तियों के खिलाफ 605 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के लिए सीबीआई एफआईआर के आधार पर धनशोधन का एक मामला दर्ज किया था।
अधिकारी ने कहा कि जांच के दौरान, यह पता चला कि एसबीबीईएल ने अपनी अन्य इकाइयों के माध्यम से ऋण की राशि को डायवर्ट किया था और साथ ही फर्जी और काल्पनिक बिक्री या खरीद लेनदेन दिखाने के लिए इसका इस्तेमाल किया।
अधिकारी ने कहा, “अपराध के बारे में पता करने के लिए और वृत्तचित्र और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य को पुनप्र्राप्त करने के लिए, निदेशकों के आवासीय और व्यावसायिक परिसरों और उनके द्वारा चलाए जा रहे संस्थानों के साथ-साथ एक प्रमुख कर्मचारी के निवास पर तलाशी ली गई।”
उन्होंने कहा कि तलाशी के दौरान कई दस्तावेज, लैपटॉप, मोबाइल फोन्स और डिजिटल स्टोरेज डिवाइस का पता चला, जिसका इस्तेमाल धनशोधन के लिए किया जाता था।
अधिकारी ने कहा कि 605 करोड़ रुपये के लोन धोखाधड़ी मामले के अलावा, वित्तीय जांच एजेंसी अन्य समूह कंपनियों के खिलाफ 100 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी के लिए दर्ज दो अन्य एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की भी जांच कर रही है।
अधिकारी ने कहा, “इस प्रकार, इन मामलों में शामिल अपराध की आय की कुल राशि 805 करोड़ रुपये है।”