मुंबई, 16 फरवरी (युआईटीवी/आईएएनएस)- प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम मामले की जांच में शामिल होने के लिए छोटा शकील के कथित सहयोगी सलीम कुरैशी को फिर से तलब किया है। ईडी ने मंगलवार को कुरैशी से करीब नौ घंटे तक पूछताछ की थी, लेकिन उन्हें फिर से बुलाया गया क्योंकि वह कई सवालों पर चुप रहे और पूरी जांच के दौरान टालमटोल करते रहे।
एक सूत्र ने कहा, “जांच एजेंसी द्वारा एकत्र किए गए विभिन्न दस्तावेजों और डिजिटल सबूतों के साथ उनका सामना किया गया। वह पूछताछ के दौरान टालमटोल करते रहे और बहुत सारे सवालों से बचने की कोशिश की।”
प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार सुबह मुंबई और आसपास के इलाकों में अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की थी।
दाऊद इब्राहिम की बहन दिवंगत हसीना पारकर के घर पर भी ईडी की एक टीम ने छापा मारा था।
ईडी ने छापेमारी के दौरान कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए।
दाऊद इब्राहिम के साथ अपने संबंधों को लेकर महाराष्ट्र का एक राजनेता भी ईडी के निशाने पर है।
सूत्र ने मंगलवार को कहा, “हमने मुंबई और आसपास के इलाकों में दस स्थानों पर छापे मारे। ये छापे गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले से संबंधित थे। एक संपत्ति सौदा जांच के दायरे में है, जिसमें महाराष्ट्र के एक वरिष्ठ राजनेता भी कथित रूप से शामिल हैं।”
ईडी फिलहाल राजनेताओं और दाऊद के कथित सहयोगियों के पैसे के लेन-देन की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि वे इस मामले पर लंबे समय से काम कर रहे थे।
सूत्र ने कहा कि दाऊद अभी भी अपने बिचौलियों के जरिए रियल एस्टेट कारोबार को नियंत्रित कर रहा है। हवाला नेटवर्क के जरिए उसे और उसके सहयोगियों को पैसा भेजा जाता है। इस पैसे का इस्तेमाल कथित तौर पर विभिन्न आतंकी मॉड्यूल द्वारा पूरे भारत में राष्ट्र-विरोधी और आतंकवादी गतिविधियों को फैलाने के लिए किया जा रहा है। पता चला है कि पाकिस्तान की आईएसआई दाऊद को अपना धंधा चलाने और धंधे से कमाए पैसों से आतंकी गतिविधियों को फैलाने में मदद कर रही है।
ईडी के रडार पर एक संपत्ति का सौदा आया था जिसके बाद एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी।