नई दिल्ली, 1 अप्रैल (युआईटीवी/आईएएनएस)- चुनाव आयोग ने गुरुवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता हिमंत बिस्वा सरमा को कारण बताओ नोटिस जारी करके विपक्षी नेता और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के नेता हगरामा को धमकी देने के आरोपों पर जवाब मांगा है। चुनाव आयोग ने 30 मार्च को कांग्रेस द्वारा दायर एक शिकायत के बाद यह नोटिस जारी किया है। कांग्रेस ने अपने आरोपों में कहा है सरमा ने खुले आम राष्ट्रीय जांच एजेंसी का दुरुपयोग करके मोहिलरी को जेल भेजने की धमकी दी है। बता दें कि कांग्रेस और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट असम में गठबंधन सहयोगी हैं।
सरमा द्वारा आदर्श आचार संहिता का प्रथम ²ष्टया उल्लंघन किए जाने को लेकर चुनाव आयोग ने भाजपा नेता को शुक्रवार की शाम 5 बजे तक आरोपों पर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है। साथ ही नोटिस का जवाब न दे पाने की स्थिति में कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी है।
चुनाव आयोग ने अपने आदेश में लिखा है, “अब आयोग आपको (हिमंत बिस्वा सरमा) को 2 अप्रैल, 2021 की शाम 5 बजे या उससे पहले इस मामले में अपनी स्थिति को स्पष्ट करने का अवसर देता है। ऐसा न होने पर आयोग आपके बिना किसी और संदर्भ के निर्णय लेगा।”
अपनी शिकायत में कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया है कि सरमा ने मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास किया है, ताकि वे कांग्रेस गठबंधन को वोट न दें।
बता दें कि 126 सदस्यीय असम विधानसभा के लिए 3 चरणों में मतदान हो रहे हैं। गुरुवार सुबह 7 बजे से शुरू हुए दूसरे चरण के मतदान में 39 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जा रहे हैं। वहीं 6 अप्रैल को तीसरे और आखिरी चरण में 40 सीटों पर मतदान होगा।
27 मार्च को पहले चरण के चुनावों में 79.97 प्रतिशत लोगों ने 47 सीटों पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। नतीजे 2 मई को आएंगे।