नई दिल्ली,18 फरवरी (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के बाद, एलन मस्क की टेस्ला कंपनी ने भारत में विभिन्न पदों पर वैकेंसी निकाली है। भारत एक महत्वपूर्ण बाजार है, जहाँ कंपनी जल्द ही अपनी इलेक्ट्रिक कारों के साथ प्रवेश करने की योजना बना रही है।
अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला ने भारत में विभिन्न पदों के लिए भर्तियाँ शुरू कर दी हैं। इन पदों में व्यवसाय संचालन विश्लेषक और ग्राहक सहायता विशेषज्ञ शामिल हैं। कंपनी की वेबसाइट पर जारी नोटिफिकेशन के अनुसार,ये पद ‘मुंबई उपनगरीय’ क्षेत्र के लिए हैं। खास बात यह है कि टेस्ला की भर्तियाँ उस समय हुई हैं,जब हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के बीच अमेरिका में मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात के कुछ दिनों बाद ही यह फैसला लिया गया है,जिससे यह संकेत मिलते हैं कि टेस्ला भारत में अपनी गतिविधियों को बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है।
इस भर्ती में कई प्रकार के पदों का समावेश किया गया है,जिनमें सर्विस एडवाइजर, पार्ट्स एडवाइजर,सर्विस मैनेजर,,सेल्स और कस्टमर सपोर्ट,सर्विस टेक्नीशियन,स्टोर मैनेजर,कस्टमर सपोर्ट सुपरवाइजर, व्यवसाय संचालन विश्लेषक,कस्टमर सपोर्ट स्पेशलिस्ट, ऑर्डर ऑपरेशन स्पेशलिस्ट, डिलीवरी ऑपरेशन स्पेशलिस्ट,आंतरिक बिक्री एडवाइजर और उपभोक्ता सहभागिता प्रबंधक जैसे पद शामिल हैं। कंपनी को ईमेल के माध्यम से यह पूछा गया था कि क्या ये भर्तियाँ भारत में टेस्ला के प्रवेश की योजना का हिस्सा हैं और भारत में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री शुरू करने की संभावित समयसीमा क्या है,लेकिन इस सवाल का अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है।
भारत में टेस्ला के संभावित प्रवेश का बाजार बेसब्री से इंतजार कर रहा है। पिछले वर्ष अप्रैल में एलन मस्क ने अपनी प्रस्तावित भारत यात्रा को स्थगित कर दिया था, जिसका कारण “बहुत भारी टेस्ला दायित्व” बताया था। इस यात्रा को लेकर उम्मीदें बहुत अधिक थीं और माना जा रहा था कि इस यात्रा के दौरान मस्क भारत में टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री के लिए अपनी योजनाओं का ऐलान करेंगे।
एलन मस्क की भारत यात्रा की योजना ऐसे समय पर बनी है,जब भारतीय सरकार ने कुछ सप्ताह पहले ही अपनी नई इलेक्ट्रिक वाहन (ई.वी) पॉलिसी का ऐलान किया था। इस नीति के तहत,सरकार ने 50 करोड़ डॉलर के न्यूनतम निवेश के साथ देश में विनिर्माण इकाइयाँ स्थापित करने वाली कंपनियों को इंपोर्ट ड्यूटी में रियायत देने का प्रस्ताव दिया है। इस कदम का उद्देश्य टेस्ला जैसी प्रमुख वैश्विक कंपनियों को भारत में निवेश के लिए आकर्षित करना है।
टेस्ला की भर्तियाँ और सरकार की नई नीति इस बात का संकेत हैं कि कंपनी भारत में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए तैयार हो सकती है। भारत में इलेक्ट्रिक कारों की बढ़ती माँग और सरकार द्वारा दी जा रही प्रोत्साहन योजनाएँ टेस्ला जैसे वैश्विक ब्रांड को आकर्षित कर सकती हैं।