मैड्रिड, 20 अप्रैल (युआईटीवी/आईएएनएस)- स्पेनिश क्लब रियल मैड्रिड के अध्यक्ष फ्लोरेंटिनो पेरेज ने यूरोपियन सुपर लीग के गठन का समर्थन करते हुए कहा है कि संकट के इस घड़ी में यह नई लीग फुटबाल को बचाएगी। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि इस यूरोपियन सुपर लीग में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को उनकी राष्ट्रीय टीमों में प्रतिनिधित्व करने से प्रतिबंधित नहीं किया जाएगा। इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) के छह क्लबों आर्सेनल, चेल्सी लिवरपूल, मैनचेस्टर सिटी, मैनचेस्टर यूनाइटेड और टॉटेनहम हॉटस्पर क्लबों ने 20 टीमों की एक यूरोपियन सुपर लीग बनाने की घोषणा की है।
इनकी योजना इसे जल्दी से शुरू करने की है। एसी मिलान, एटलेटिको मैड्रिड, बार्सिलोना, इंटर मिलान, जुवेंतस और रियल मैड्रिड ने भी संस्थापक क्लब के रूप में हस्ताक्षर किए हैं।
स्काई स्पोटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, घोषणा के बाद पहली बार बोलते हुए, यूरोपीय सुपर लीग के नए अध्यक्ष पेरेज ने कहा कि फुटबॉल को विकसित करने की आवश्यकता है। पेरेज सुपर लीग के संस्थापक चेयरमैन होंगे।
पेरेज ने स्पेनिश टीवी पर एक शो में कहा, ” जब भी कोई बदलाव होता है, तो हमेशा ऐसे लोग होते हैं जो इसका विरोध करते हैं। हम इस मुश्किल समय में फुटबॉल को बचाने के लिए कर रहे हैं। श्रोता कम हो रहे हैं और अधिकार कम हो रहे हैं और कुछ करना पड़ा है। हम सब बर्बाद हो गए हैं। टेलीविजन को बदलना होगा ताकि हम अनुकूलन कर सकें।”
उन्होंने कहा, ” युवाओं को अब फुटबॉल में कोई दिलचस्पी नहीं है। क्यों? क्योंकि बहुत सारे खराब गुणवत्ता वाले खेल हैं और उनकी दिलचस्पी नहीं है। उनके पास अन्य प्लेटफॉर्म हैं, जिन पर खुद को विचलित करना है।”
20 टीम के साथ लीग के शुरूआत करने की योजना है। अन्य पांच क्लब प्रत्येक वर्ष इससे जुड़ेंगे जबकि तीन क्लब के भी जल्द जुड़ने की संभावना है।
इन क्लबों को चेताया भी गया है कि उन्हें उनकी घरेलू प्रतियोगिताओं से बाहर किया जा सकता है और उन्हें इसके लिए कानूनी कार्रवाई का भी सामना करना पड़ सकता है।
पेरेज ने यूईएफए के अध्यक्ष अलेक्जेंडर सेफरिन की भी आलोचना की, जिन्होंने एक दिन पहले ही कहा था कि प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को विश्व कप और यूरोपीय चैम्पियनशिप से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।
पेरेज ने कहा, ” खिलाड़ी बिल्कुल शांत रह सकते हैं क्योंकि ऐसा होने वाला नहीं है।”
यूईएफए के कार्यकारी समिति के सदस्य जेस्पर मोलर के अनुसार, रियल मैड्रिड, मैनचेस्टर सिटी और चेल्सी के क्लबों को भी इस सीजन के चैंपियंस लीग सेमीफाइनल से प्रतिबंधित किया जा सकता है।
यह पूछे जाने पर कि रियल मैड्रिड टूर्नामेंट से बाहर हो जाएगी, पेरेज ने कहा, ” नहीं, उन्हें चैंपियंस (लीग) से बाहर नहीं किया जाएगा। यह सुनिश्चित है। रियल मैड्रिड बाहर नहीं होगा, (मैनचेस्टर) सिटी नहीं होगा, उनमें से किसी को बाहर नहीं किया जाएगा। मुझे पूरी तरह से यकीन है। चैंपियंस (लीग) से नहीं, ला लीगा से नहीं, ऐसा कुछ नहीं है।”
प्रीमियर के 14 क्लब यूरोपियन सुपर लीग में शामिल होने के इच्छुक नहीं है।
गौरतबल है कि लिवरपूल के मिडफील्डर जेम्स मिलनर यूरोपियन सुपर लीग बनाने के फैसले के खिलाफ हैं। उन्होंने जोर देकर कहा है कि खिलाड़ियों का अपने उस फैसले पर कोई नियंत्रण नहीं है जोकि फुटबॉल का चेहरा बदल सकता है।
मिलनर पहले ऐसे खिलाड़ी हैं, जो सुपर लीग के गठन के खिलाफ बोले हैं। लिवरपूल और लीड्स के बीच खेले गए 1-1 प्रीमियर लीग के ड्रॉ मुकाबले के बाद जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्कोई स्पोटर्स से कहा, ” कई सारे सवाल है।”
लिवरपूल के कोच क्लॉप ने पहले कहा था कि यूरोपीय सुपर लीग को लेकर उनके विचार नहीं बदले है। उन्होंने 2019 में कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि सुपर लीग कभी नहीं होगी।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और अब मेजर लीग सॉकर फ्रैंचाइजी के मालिक डेविड बेकहम ने चेतावनी दी कि अगर योजना आगे बढ़ी तो प्रशंसकों को नुकसान उठाना पड़ेगा।
रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन इन क्लबों के कदम को फुटबॉल के लिए हानिकारक बताया। उन्होंने कहा है कि वे इन क्लबों के खिलाफ किसी भी कार्रवाई का समर्थन करेंगे।
इटली के प्रधानमंत्री ने प्रस्तावित सुपर लीग को एक बकवास बताया है जबकि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस पहल का हिस्सा ना बनने के लिए अपने देश के फुटबॉल क्लबों की तारीफ की है।