नई दिल्ली,23 अप्रैल (युआईटीवी)- ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के एक दिग्गज और पूर्व टेस्ट ओपनर कीथ स्टैकपोल का 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया। 1960 और 70 के दशक में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को मजबूती देने वाले स्टैकपोल ने 1966 से 1974 के बीच 43 टेस्ट मैचों में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया और इस दौरान 2,807 रन, 7 शतक और 37.42 की औसत से एक प्रभावशाली करियर दर्ज किया।
उनके निधन की खबर से क्रिकेट जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “हम सभी कीथ स्टैकपोल के निधन से अत्यंत दुखी हैं। वे एक सच्चे विक्टोरियन और ऑस्ट्रेलियाई थे, जिन्होंने क्रिकेट को जज्बे,साहस और सम्मान के साथ खेला।”
स्टैकपोल का टेस्ट डेब्यू जनवरी 1966 में इंग्लैंड के खिलाफ एडिलेड में हुआ था। इस डेब्यू मैच में उन्होंने 64 गेंदों पर 43 रन बनाए और गेंदबाजी में भी हाथ आजमाते हुए 2 विकेट झटके। यह मैच ऑस्ट्रेलिया ने एक पारी और नौ रन से जीता और स्टैकपोल ने अपनी बहुमुखी प्रतिभा का परिचय दे दिया।
उनका खेल का तरीका आक्रामक लेकिन संतुलित था। वह बल्लेबाज़ी के साथ-साथ कप्तानों के लिए रणनीतिक सलाह देने में भी माहिर थे। कप्तान इयान चैपल ने बताया, “1972 में ट्रेंट ब्रिज टेस्ट के दौरान उन्होंने सुझाव दिया कि तीसरे स्लिप फील्डर की जरूरत है। मैंने सुझाव मान लिया और कुछ गेंद बाद कैच उसी पोजीशन पर आया। वह चुपचाप ऐसे काम कर जाते थे,जो कप्तान के रूप में करना मुश्किल होता।”
All of us at Cricket Australia are mourning the passing of former Australian and Victorian cricketer Keith Stackpole, MBE.
Keith was a passionate Victorian and a proud Australian who played the game with spirit, courage and respect. pic.twitter.com/I20gxkTnTN
— Cricket Australia (@CricketAus) April 23, 2025
स्टैकपोल का सर्वश्रेष्ठ फॉर्म 1970–71 की एशेज सीरीज में देखने को मिला। पहले टेस्ट में उन्होंने 207 रनों की पहली श्रेणी की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली,जिसमें 25 चौके और 1 छक्का शामिल था। इस पूरी सीरीज में उन्होंने 627 रन बनाए और 52.25 की औसत से शानदार प्रदर्शन किया। हालाँकि,ऑस्ट्रेलिया यह सीरीज 2-0 से हार गया, लेकिन स्टैकपोल के योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सका।
1972 की एशेज सीरीज में उन्हें उपकप्तान बनाया गया और इस सीरीज में उन्होंने बतौर ओपनर 485 रन बनाए,जो उस सीरीज में किसी भी खिलाड़ी द्वारा सबसे अधिक था। उनकी रणनीतिक समझ और अनुभव ने टीम को कई बार मुश्किल हालात से निकाला।
मार्च 1974 में न्यूजीलैंड के खिलाफ ऑकलैंड में खेला गया टेस्ट उनका अंतिम अंतर्राष्ट्रीय मुकाबला साबित हुआ। दुर्भाग्यवश वे इस मैच की दोनों पारियों में शून्य पर आउट हुए,जिसके बाद उन्होंने क्रिकेट से संन्यास ले लिया। उन्होंने कुल 2,807 टेस्ट रन बनाए,जिसमें 7 शतक शामिल था। एक ऑलराउंडर के तौर पर उनके द्वारा दिया गया योगदान क्रिकेट इतिहास में दर्ज हो गया।
स्टैकपोल केवल एक खिलाड़ी नहीं थे,बल्कि एक मार्गदर्शक और विश्लेषक भी रहे। संन्यास के बाद उन्होंने कमेंट्री बॉक्स में भी अपनी छाप छोड़ी और युवा खिलाड़ियों को क्रिकेट की बारीकियाँ समझाईं।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चेयरमैन माइक बेयर्ड ने कहा, “कीथ ने क्रिकेट को बहुत कुछ दिया। खिलाड़ी के रूप में,कमेंटेटर के रूप में और दूसरों के लिए एक प्रेरणा स्रोत के रूप में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।”
उनके परिवार में पत्नी पैट,बेटे पीटर और टोनी, तथा बेटी एंजेला हैं। परिवार ने उनके शांतिपूर्ण निधन की पुष्टि की है और क्रिकेट प्रेमियों से उनके सम्मान में यादें साझा करने की अपील की है।
कीथ स्टैकपोल न केवल ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए एक स्तंभ रहे,बल्कि उन्होंने खेल की आत्मा को जीवित रखा। उनके योगदान को आने वाली पीढ़ियाँ याद रखेंगी और उनका नाम क्रिकेट के स्वर्णिम इतिहास में अमर रहेगा।
उनकी क्रिकेट यात्रा,खेल भावना और नेतृत्व क्षमता हर उस व्यक्ति को प्रेरणा देती है जो मैदान पर अपने देश के लिए सर्वश्रेष्ठ देना चाहता है।