नई दिल्ली,23 जनवरी (युआईटीवी)- महाराष्ट्र के जलगांव जिले में हुआ दर्दनाक ट्रेन हादसा न केवल यात्री समुदाय के लिए,बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी त्रासदी बनकर उभरा है। इस हादसे में कई यात्रियों की जान चली गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब लखनऊ से मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस में एक अफवाह फैल गई कि ट्रेन में आग लग गई है। इस अफवाह के बाद कई यात्री घबराए और ट्रेन से कूद गए,जिसके परिणामस्वरूप वे सामने से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। इस घटना ने न केवल रेलवे के सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए,बल्कि ट्रेन दुर्घटनाओं के कारणों और उनकी रोकथाम को लेकर भी गंभीर बहस छेड़ी है।
रेलवे और राज्य सरकार ने इस हादसे के बाद पीड़ितों के परिवारों और घायलों के लिए मुआवजा देने का ऐलान किया है। रेलवे ने मृतकों के परिवारों को डेढ़ लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है,जबकि गंभीर रूप से घायल यात्रियों को 50 हजार रुपये और मामूली रूप से घायल यात्रियों को 5 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। इसके अलावा,रेलवे ने पीड़ितों की मदद के लिए विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। ये हेल्पलाइन नंबर यात्रियों को घटनास्थल तक पहुँचने,घायलों को अस्पताल भेजने और अन्य राहत कार्यों में मदद करेंगे।
रेलवे ने जिन स्टेशनों पर हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं,उनमें भुसावल,जलगांव, मनमाड,बुरहानपुर,खंडवा,सीएसएमटी,दादर,कल्याण,ठाणे और इगतपुरी शामिल हैं। इन नंबरों पर कॉल करके लोग जरूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और पीड़ितों की मदद करने के लिए जरूरी कदम उठा सकते हैं। इसके साथ ही रेलवे ने दुर्घटना राहत ट्रेन भी भेजी है,ताकि घटनास्थल पर पहुँचे और घायल यात्रियों को समय पर इलाज मिल सके।
विभिन्न स्टेशनों पर रेलवे ने यात्रियों की मदद के लिए संपर्क नंबर जारी किए हैं। भुसावल के लिए रेलवे नंबर 55110 और मोबाइल नंबर 8799982712 है। जलगांव के लिए रेलवे नंबर 79220 और मोबाइल नंबर 8799952519 है। मनमाड स्टेशन के लिए रेलवे नंबर 72217 और मोबाइल नंबर 7420058556,बुरहानपुर स्टेशन के लिए रेलवे नंबर 66222 और मोबाइल नंबर 8263916314 जारी किया गया है।
खंडवा के यात्रियों के लिए रेलवे नंबर 67220 और मोबाइल नंबर 8263916296,दादर के लिए रेलवे नंबर 57390 और मोबाइल नंबर 9136452387,सीएसएमटी के लिए रेलवे नंबर 55993 और हेल्पलाइन नंबर 022-22694040 है। कल्याण के लिए रेलवे नंबर 63360 और मोबाइल नंबर 8356848078,ठाणे के लिए रेलवे नंबर 61290 और मोबाइल नंबर 9321336747 ,इगतपुरी के लिए रेलवे नंबर 69131 और मोबाइल नंबर 8657916263 हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शोक संदेश साझा करते हुए कहा, “महाराष्ट्र के जलगांव में हुए रेल हादसे पर मैं शोक व्यक्त करता हूँ। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ और घायल यात्रियों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। स्थानीय प्रशासन हर संभव मदद प्रदान कर रहा है।” प्रधानमंत्री ने इस दुर्घटना के बाद रेलवे और राज्य प्रशासन की तत्परता की भी सराहना की,जो घायलों की मदद में जुटे हुए हैं।
जलगांव जिले में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी दुख व्यक्त किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि, “जलगांव में हुई रेल दुर्घटना में अनेक यात्रियों की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहन संवेदना व्यक्त करती हूँ। मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि घायल हुए सभी यात्री शीघ्र स्वस्थ हों।”
इस दुर्घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए लिखा,”महाराष्ट्र के जलगांव में हुआ रेल हादसा अत्यंत दुःखद है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस संबंध में बात कर हादसे की जानकारी ली। घायलों को स्थानीय प्रशासन हरसंभव मदद पहुँचा रहा है। इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।”
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि जब पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह फैली,तो यात्री घबराए और डर के मारे ट्रेन से कूदने लगे। इस दौरान, कर्नाटक एक्सप्रेस सामने से आ रही थी और उसने कई यात्रियों को अपनी चपेट में ले लिया,जिसके कारण यह भयावह हादसा हुआ। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को राज्य सरकार की ओर से पाँच लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। साथ ही,घायलों के इलाज की व्यवस्था की जा रही है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।
महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने भी इस हादसे पर शोक व्यक्त किया और पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा, “जलगांव के पास एक अन्य ट्रेन की चपेट में आने से कुछ यात्रियों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत की खबर सुनकर बेहद दुख हुआ। मैं अपनी संवेदनाएँ उन लोगों के प्रति व्यक्त करता हूँ,जिन्होंने अपनी जान गंवाई। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।”
इस हादसे के बाद रेलवे प्रशासन ने राहत कार्य में तेजी दिखाई। घटना के सूचना मिलते ही एंबुलेंस और राहत टीम घटनास्थल पर पहुँच गईं। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल भेजने की व्यवस्था की गई। इसके अलावा,भुसावल मंडल से दुर्घटना राहत ट्रेन भी घटनास्थल पर भेजी गई,ताकि प्रभावित यात्रियों को त्वरित सहायता मिल सके। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल पर पहुँचने के बाद सभी यात्रियों को मदद प्रदान की जाएगी और घायलों को बेहतर उपचार दिया जाएगा।
यह हादसा उस समय हुआ जब पुष्पक एक्सप्रेस लखनऊ से मुंबई जा रही थी और वह परांडा रेलवे स्टेशन के पास आ रही थी। ट्रेन के मोटरमैन ने जब ब्रेक लगाया तो पहियों से चिंगारियां निकलने लगीं,जिससे यात्रियों के बीच आग लगने की अफवाह फैल गई। इस अफवाह के बाद कई यात्री घबराकर ट्रेन से कूदने लगे और सामने से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। इस हादसे में यात्रियों की जान जाने का मुख्य कारण अफवाहों का फैलना और यात्रीगण का सही समय पर उचित प्रतिक्रिया न देना था। यह भी एक बड़ा मुद्दा बन गया है कि रेलवे प्रशासन को अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए।
इस घटना के बाद रेलवे के सुरक्षा प्रोटोकॉल और आपातकालीन प्रबंधन की समीक्षा करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। साथ ही,यात्रियों के बीच जागरूकता बढ़ाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने की उम्मीद है।
महाराष्ट्र के जलगांव में हुआ यह ट्रेन हादसा न केवल एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है,बल्कि यह रेलवे सुरक्षा,आपातकालीन प्रबंधन और यात्री जागरूकता के लिए एक महत्वपूर्ण सबक भी है। इसके बाद रेलवे और राज्य सरकार ने पीड़ितों के लिए मुआवजा, चिकित्सा सहायता और अन्य राहत उपायों की घोषणा की है। साथ ही,यह घटना उन लोगों को भी याद दिलाती है,जो तकनीकी और सुरक्षा उपायों में सुधार की आवश्यकता महसूस कर रहे हैं,ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।