अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन

विश्व शांति,स्थिरता के लिए भारत-अमेरिका रक्षा संबंध प्रमुख स्तंभ :ब्लिंकन,ऑस्टिन

नई दिल्ली,11 नवंबर (युआईटीवी)- विश्व शांति स्थिरता के लिए भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन प्रमुख स्तंभ मानते हैं।

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भारत के दौरे पर आए हुए हैं। उन्होंने इस दौरे के दौरान कहा कि अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा को मजबूत करने में भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग महत्वपूर्ण है।आगे उन्होंने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) चार्टर के मूल सिद्धांतों- क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता,संप्रभुता इत्यादि का उदाहरण पेश करते हुए कहा कि नियमों के अनुसार व्यवस्था को आगे बढ़ावा देने के लिए,विकसित करने के लिए भारत-अमेरिका रक्षा संबंध महत्वपूर्ण स्तंभ है।

राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में 2 प्लस 2 भारत-अमेरिका मंत्री स्तरीय वार्ता का शुभारंभ हुआ। जिसमें ब्लिंकन ने अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में कहा कि हम लोग आज पुनः हमारे रक्षा सहयोग को मजबूती प्रदान कर रहे हैं। जो की एक प्रमुख और महत्वपूर्ण स्तंभ है ।

एस जयशंकर
एस जयशंकर

वहीं अपनी आरंभिक टिप्पणी में अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग पिछले वर्षों में रक्षा के क्षेत्र में प्रभावशाली साझेदारी निर्माण में लाभकारी सिद्ध हुआ है। जो हमें शांति और स्थिरता के लिए और भी अधिक सहयोग देने में सहायक होगा ।

आगे उन्होंने कहा कि हम अपने नवीनतम तकनीक आपस में साझा कर रहे हैं,हम अपने औद्योगिक आधारों को एकीकृत कर रहे हैं। जिससे हमारी आंतरिक संचालन की प्रक्रिया को मजबूती मिलेगी ।

वाशिंगटन में जून में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई बैठक में लिए गए कुछ निर्णय की ओर ध्यान आकर्षित करवाते हुए ब्लिंकन ने कहा कि उस बैठक में जो भी दृष्टिकोण समक्ष रखे गए थे ,उस पर ठोस कदम उठाए जा रहा हैं,ताकि उन दृष्टिकोणों को पूरा किया जा सके।

उन्होंने आगे कहा कि हम खुले तथा स्वतंत्र,सुरक्षित,लचीले और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने हेतु क्वॉड के माध्यम से जापान व ऑस्ट्रेलिया के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत कर रहे हैं ।

समुद्री क्षेत्र में जागरूकता बढ़ाने पर अपने विचार रखते हुए ब्लिंकन ने कहा कि समुद्री क्षेत्र में जागरूकता बढ़ाना एक महत्वपूर्ण योजना है,जिसे हम अपना रहे हैं। इसमें संबंधित क्षेत्र के देशों के साथ वाणिज्यिक उपग्रह डाटा साझा करना भी शामिल है। जिससे उनकी क्षमता को बढ़ावा दिया जा सके।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन

इससे विभिन्न प्रकार की समस्या जैसे समुद्री डकैती,अवैध मछली पकड़ने,नशीली दवों की तस्करी इत्यादि से निपटा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि हम हिंद-प्रशांत में आपदा प्रतिक्रिया तथा मानवीय राहत प्रयत्नों में समन्वय स्थापित करने का प्रयास भी कर रहे हैं। हम नवाचार की शक्ति को एकीकृत उपयोग कर अपने समुदायों को पहले की तुलना में अधिक सुरक्षित बनाने के लिए प्रयासरत हैं। साथ ही अपनी अर्थव्यवस्थाओं को अधिक लचीला बनाने के लिए समावेशी आर्थिक अवसर का विस्तार कर रहे हैं।

हमारे बीच जो सहयोग सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में और उन्नत जैव प्रौद्योगिकी पर है। वह हमारे संयुक्त अनुसंधान और अन्वेषण की परियोजनाओं में साफ तौर पर झलकती हैं। हमने अभूतपूर्व निवेश बड़े पैमाने पर स्वच्छ ऊर्जा को तैनात करने में किए हैं। ताकि इससे हमारे देश के साथ-साथ पूरे क्षेत्र भी लाभान्वित हो सके।

दोनों देशों के बीच के संबंधों पर भी शीर्ष राजनयिक ने वार्ता किया। इसके साथ ही शीर्ष राजनयिक ने वीजा प्रतीक्षा समय को कम करने पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने भारत-अमेरिका के मध्य सुविधाजनक यात्रा बनाने पर जो महत्वपूर्ण कदम उठाने की पहल की जा रही है,उसका भी उल्लेख किया।

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