खार्तूम, 28 जून (युआईटीवी/आईएएनएस)। सूडान की राजधानी खार्तूम में ईद-अल-अजहा से पहले सूडानी सशस्त्र बल (एसएएफ) और अर्धसैनिक बल (आरएसएफ) के बीच भीषण संघर्ष शुरू हो गया है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आरएसएफ कमांडर मोहम्मद हमदान डागालो ने पिछले दिन दो दिवसीय “एकतरफा युद्धविराम” की घोषणा की थी, जिसके बाद मंगलवार देर रात खार्तूम के कुछ हिस्सों में भारी गोलाबारी की आवाज सुनी गई।
सूडान में सशस्त्र संघर्ष 15 अप्रैल को शुरू होने के बाद से अब तक इसके रुकने का कोई संकेत नहीं मिला है। पिछले 10 सप्ताह में युद्धरत पक्षों के बीच रुक-रुक कर कई युद्धविराम समझौते हुए हैं।
खार्तूम में महत्वपूर्ण संपत्ति की क्षति और लूटपाट के अलावा विदेशी राजनयिक मिशनों को भी निशाना बनाया गया है। संघर्ष ने सूडान के अन्य हिस्सों में भी उथल-पुथल पैदा कर दी है – विशेष रूप से चाड की सीमा से लगे एक विशाल पश्चिमी क्षेत्र दारफुर में।
मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (ओएचसीएचआर) ने 24 जून को जारी एक बयान मे पश्चिम दारफुर राज्य की राजधानी अल जेनिना से भाग रहे नागरिकों की हत्या को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई का आह्वान किया।
सूडानी डॉक्टर्स सिंडिकेट ने कहा कि अल जेनिना में सशस्त्र मिलिशिया द्वारा 1,000 से अधिक लोग मारे गए थे।
सूडानी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, संघर्ष शुरू होने के बाद से तीन हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं तथा छह हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं।
पिछले सप्ताह मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के अनुसार, सूडान के अंदर और बाहर लगभग 25 लाख लोग विस्थापित हुए हैं।