गोरखपुर, 25 जनवरी (युआईटीवी/आईएएनएस)| बुढ़वा मंगल के पावन पर्व पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को गोरखपुर पहुंचे। गोरखनाथ मंदिर में आगमन के साथ ही उन्होंने गुरु गोरक्षनाथ का विधि विधान से दर्शन-पूजन कर प्रदेशवासियों के सुख समृद्धि की कामना की। श्रीनाथ जी के दर्शन के उपरांत सीएम योगी ने अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि स्थल पर मत्था टेक आशीर्वाद लिया।
बुढ़वा मंगल के पावन पर्व अर्थात मकर संक्रांति के दिन से पड़ने वाले दूसरे मंगलवार को गोरखनाथ मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। आस्थावान जन ने शिवावतार गुरु गोरक्षनाथ का दर्शन-पूजन कर उन्हें श्रद्धा की खिचड़ी निवेदित की। श्रद्धालुओं ने सभी देव प्रतिमाओं की भी पूजा अर्चना की। उसके बाद ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वर महंत दिग्विजयनाथ एवं महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर माथा टेक कर आशीर्वाद लिया। त्रेता युग से प्रज्जवलित अखण्ड ज्योति एवं धुनी का भी दर्शन किया और साथ ही मंदिर के विशाल प्रांगण में लगे परंपरागत खिचड़ी मेले का भी आनंद उठाया।
बुढ़वा मंगल के दिन गुरु गोरक्षनाथ के दर्शन-पूजन व खिचड़ी चढ़ाने का विशेष महात्म्य होता है। जो लोग खिचड़ी के दिन या उसके बाद किन्हीं कारणों से गुरु गोरक्षनाथ को खिचड़ी नहीं चढ़ा पाते हैं, वे बुढ़वा मंगल के दिन गुरु गोरक्षनाथ के अक्षय खप्पर में खिचड़ी चढ़ाते हैं। इस बार मकर संक्रांति का पर्व गत 15 जनवरी को था। श्रद्धालुओं ने इसके बाद पड़ने वाले दूसरे मंगलवार के दिन बुढ़वा मंगल का पर्व परंपरागत श्रद्धा के साथ मनाया। गोरखनाथ मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। नगर क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के श्रद्धालुओं ने भी बड़ी संख्या में गुरु गोरक्षनाथ का दर्शन-पूजन किया।
बुढ़वा मंगल पर बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने के लिए सोमवार की रात ही दूर दराज के श्रद्धालु आ गए थे। मंगलवार प्रात: गोरखनाथ मंदिर का कपाट खुलने के साथ ही बाबा को आस्था की खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला शुरू हो गया। जैसे जैसे दिन चढ़ा, श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती गई। यह सिलसिला देर शाम तक जारी रहा।
गुरु गोरखनाथ का दर्शन कर श्रद्धालुओं ने खिचड़ी मेला का आनंद उठाया। श्रद्धालुओं ने मेला परिसर में तमाम तरह के झूलों का परिवार के साथ आनंद लिया। महिलाओं ने मेला परिसर में जमकर सौदर्य प्रसाधन, खिलौने और घरेलू जरूरत के सामान की खरीददारी की। गांव-घर के लिए प्रसाद भी खरीदा। परिवार के साथ मेले में लजीज व्यंजन और खान-पान के स्टालों पर भी जायके का आनंद उठाया।
बुढ़वा मंगल पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। जिला प्रशासन एवं पुलिस की सुरक्षा इंतजाम के अलावा गोरक्षपीठ ने भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्वयंसेवकों की तैनाती की थी।