नई दिल्ली, 24 सितम्बर (आईएएनएस)| दिल्ली के शीर्ष गैंगस्टर जितेंद्र सिंह मान उर्फ गोगी की शुक्रवार को एक अदालत में प्रतिद्वंद्वी ‘टिल्लू’ गिरोह के दो हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। हमलावर वकीलों की पोशाक में अदालत परिसर में घुसे थे। बाद में जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी गोलियां चलाई, जिसमें दो हमलावर मारे गए। इस घटनाक्रम के समय अदालत कक्ष में अफरा-तफरी मच गई, जहां न्यायाधीश ने कार्यवाही शुरू कर दी थी। फायरिंग में एक महिला वकील के घायल होने की खबर है।
यह घटना रोहिणी अदालत परिसर में उस समय हुई, जब गोगी को उसके खिलाफ एक मामले में सुनवाई के लिए पेश किया जा रहा था।
हमलावरों ने अचानक अपनी वकील वाली पोशाक में छुपाकर रखे गए हथियार निकाले और गोगी पर गोलियां चला दीं, जो गोली लगते ही मौके पर वहीं गिर गया और उसकी मौत हो गई।
घटना के वक्त कोर्ट रूम के अंदर मौजूद एक वकील ने आईएएनएस को बताया कि सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि उन्हें कुछ समझ ही नहीं आया।
उन्होंने कहा, “गैंगस्टर गोगी के मामले में सुनवाई से कुछ सेकंड पहले फायरिंग शुरू हुई। यहां तक कि न्यायाधीश गगनदीप सिंह भी अदालत कक्ष के अंदर बैठे थे।”
उन्होंने कहा कि अदालत कक्ष में पूरी तरह से अराजकता थी।
गोगी की सुरक्षा कर रहे पुलिस कर्मियों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और हमलावरों को मार गिराया।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, “पुलिस और हमलावरों के बीच कम से कम 30-35 राउंड फायरिंग हुई।”
सूत्रों ने बताया कि हमलावर टिल्लू ताजपुरिया गिरोह से थे और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को इस तरह की घटना की आशंका के बारे में इनपुट मिला था।
गोगी, जिसे अप्रैल में स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार किया गया था, हरियाणा के एक गायक की हत्या में शामिल था, जिसे 2017 में पानीपत में हमलावरों ने गोली मार दी थी। गोगी पर दिल्ली में 4 लाख रुपये और हरियाणा में 2.5 लाख रुपये का नकद इनाम था।
दिल्ली पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जवाबी फायरिंग शुरू की। प्रवक्ता ने कहा, “गोगी के साथ दोनों हमलावर मारे गए।”
बताया जा रहा है कि इस घटनाक्रम में एक महिला वकील को एक गोली छूकर निकल गई, जिससे वह घायल हो गई। एक सूत्र ने कहा, “गोली पहले फर्श पर लगी और फिर महिला वकील के पैरों में लग गई।” महिला वकील को पास के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गोगी और उसके हमलावरों के शवों को दो एंबुलेंस में कोर्ट से बाहर ले जाया गया।
सीआईएसएफ के जवानों की भारी तैनाती से कोर्ट अब किले जैसा हो गया है।