अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश), 29 सितम्बर (युआईटीवी/आईएएनएस)| हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 19 वर्षीय दलित युवती की मंगलवार को दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई। ऊंची जाति के चार लोगों ने उसके साथ एक पखवाड़ा पहले दुष्कर्म किया था।
हालत बिगड़ने के बाद उसे सोमवार शाम को राष्ट्रीय राजधानी के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
14 सितंबर को, पीड़िता के गर्दन में पड़े दुपट्टे से एक खेत में उसे खींचा गया, जब वह पशुओं का चारा लेने गई थी, जिससे उसकी रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई। जब उसका गला घोंटने की कोशिश की गई तो उसने अपनी जीभ को दांतों से जोर से काटा जिससे जीभ पर गहरा जख्म हो गया।
अलीगढ़ अस्पताल में न्यूरोसर्जरी के प्रमुख फखरुल होदा ने संवाददाताओं से कहा कि “उसकी रीढ़ को ठीक करने के लिए सर्जरी केवल उसकी स्थिति में सुधार के बाद ही की जा सकती थी। रीढ़ की हड्डी को नुकसान स्थायी रूप से दिखाई दिया।”
पांच भाई-बहनों में सबसे छोटी पीड़िता कुछ समय के लिए लाइफ सपोर्ट पर भी रखी गई। पिता के कहने पर लड़की को सोमवार को दिल्ली रेफर किया गया था। उसका भाई उसे दिल्ली ले गया।
अस्पताल में भर्ती होने के एक हफ्ते बाद, लड़की ने पुलिस को बताया कि उसके साथ चार लोगों ने दुष्कर्म किया था, जिसका नाम भी उसने बताया था।
सभी चार आरोपियों के नाम संदीप, रामू, लवकुश और रवि हैं, जिन्हें दुष्कर्म, हत्या के प्रयास और एससी / एसटी अधिनियम की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया।
उसके पिता ने रविवार को पत्रकारों से कहा था कि चारों आरोपियों के परिवार उन्हें धमका रहे हैं। लड़की ने अपने परिवार को यह भी बताया था कि चार लोगों ने उसे इस घटना के बारे में किसी को सूचित करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी।