बीजिंग, 24 दिसंबर (युआईटीवी/आईएएनएस)- चीन स्थित अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के मुख्य प्रतिनिधि स्टीवन एलन बार्नेट ने हाल ही में पेइचिंग में सबसे कठिन देशों के ऋण राहत के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष को वित्तीय सहायता प्रदान करने पर चीन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आईएमएफ उम्मीद करता है कि चीन कोविड-19 की वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के मुकाबले में और बड़ी भूमिका निभाएगा। माना जाता है कि चीन अन्य साझेदारों के साथ एक और खुले, स्थिर, पारदर्शी और नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यापारिक प्रणाली का निर्माण करने में सक्षम है।
बार्नेट ने यह भी कहा कि कोविड-19 महामारी के प्रभाव से दुनिया को 2020 में ग्रेट डिप्रेशन के बाद से सबसे गंभीर मंदी से गुजरना पड़ा। अर्थव्यवस्था पर महामारी के प्रभाव के निपटारे में विभिन्न आर्थिक समुदायों ने नीतियां बनायीं। विकसित आर्थिक समुदायों में अतिरिक्त राजकोषीय व्यय और राजस्व कदम उनकी जीडीपी में से 9.3 प्रतिशत पर काबिज है। राजकोषीय नीति की ²ष्टि से देखें, यह शक्ति अभूतपूर्व है।
बार्नेट ने आगे कहा कि वैश्विक सहयोग महामारी के आर्थिक प्रभाव के मुकाबले के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। महामारी के प्रकोप के बाद से, आईएमएफ ने लघु समय में 80 से अधिक सहायता परियोजनाएं शुरू कीं, ताकि महामारी से पैदा हुए आर्थिक दबाव को कम करने में विभिन्न देशों को मदद दी जा सके। दुनिया भर में 49 कम आय वाले देशों ने आईएमएफ की ओर से सहायता प्राप्त की है, जिनमें से 29 को ऋण राहत मिली है। उन्होंने इस प्रक्रिया में भूमिका निभाने पर चीन को विशेष धन्यवाद दिया।
अक्टूबर में आईएमएफ के नवीनतम पूवार्नुमान के अनुसार, 2020 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में 4.4 प्रतिशत की गिरावट होगी और 2020 में चीन का जीडीपी पिछले साल से 1.9 प्रतिशत बढ़ेगा और चीन जीडीपी में सकारात्मक वृद्धि वाला एकमात्र प्रमुख अर्थव्यवस्था बनेगा।