नई दिल्ली, 14 जुलाई (युआईटीवी/आईएएनएस)। यमुना नदी के 45 साल पुराने रिकॉर्ड टूटने के बाद दिल्ली में बाढ़ की स्थिति के बीच, उत्तर रेलवे ने कई मार्गों पर कई ट्रेनों को निलंबित कर दिया है।
रेलवे द्वारा दिए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 7-13 जुलाई के बीच करीब 260 यात्री सेवाएं रद्द कर दी गईं।
उत्तर रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “जब से हमने 7 और 8 जुलाई से ट्रेनें रद्द करना शुरू किया है, तब से रोजाना औसतन 30 से 32 ट्रेनें रद्द हुई हैं।”
उन्होंने कहा कि रेलवे ने 7 से 13 जुलाई के बीच करीब 260 ट्रेनें रद्द कर दीं।
इस बीच, रेलवे अधिकारियों ने कहा कि रेलवे ट्रैक पर पानी और बाढ़ जैसी स्थिति के कारण दिल्ली-चंडीगढ़ और कई अन्य मार्गों के बीच कई ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट और डायवर्ट किया गया है।
गुरुवार को दिल्ली के कश्मीरी गेट में अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) भी पूरी तरह से जलमग्न हो गया, जिससे यात्रियों और अंतरराज्यीय यात्रा पर गंभीर असर पड़ा।
गुरुवार को यमुना ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और 208.6 मीटर पर बह रही थी। 6 सितंबर 1978 को यमुना का जलस्तर 207.49 मीटर तक पहुंच गया था। राष्ट्रीय राजधानी के कई निचले इलाकों में बाढ़ के बाद हजारों लोगों को वहां से हटाया गया है, जबकि सड़कों पर पानी भर जाने के कारण दिल्ली की कई सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गई हैं।
बचाव और निकासी कार्यों के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की कम से कम 12 टीमों को भी दिल्ली में तैनात किया गया है। इस बीच, गुरुवार रात नौ बजे यमुना का जलस्तर घटना शुरू हो गया।