पर्थ,25 नवंबर (युआईटीवी)- भारतीय क्रिकेट टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में शानदार शुरुआत करते हुए पर्थ टेस्ट मैच को 295 रनों के बड़े अंतर से जीत लिया है। इस जीत के साथ भारत ने पाँच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में 534 रनों का विशाल लक्ष्य दिया था, लेकिन मेजबान टीम इस चुनौती का सामना नहीं कर सकी और 238 रनों पर ऑल आउट हो गई।
भारतीय क्रिकेट टीम सोमवार को पर्थ स्टेडियम में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया पर 295 रनों की शानदार जीत दर्ज करने के बाद आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) की अंक तालिका में शीर्ष पर पहुँच गई है। यह जीत भारत के लिए ऐतिहासिक थी, क्योंकि यह रनों के लिहाज से घर से बाहर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे बड़ी जीत थी। इससे पहले, 1977 में मेलबर्न में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 222 रनों से हराया था।
ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे दिन के अंतिम सत्र में ही तीन विकेट गंवा दिए थे,जिससे भारत का पलड़ा भारी हो गया। चौथे दिन की शुरुआत में मोहम्मद सिराज ने उस्मान ख्वाजा को ऋषभ पंत के हाथों कैच आउट कराकर ऑस्ट्रेलिया को शुरुआती झटका दिया। ख्वाजा महज 4 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
इसके बाद मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ ने संभलकर खेलते हुए टीम का स्कोर 79 रन तक पहुँचाया । हालाँकि, लंच से पहले सिराज ने फिर से हमला करते हुए स्टीव स्मिथ को 17 रनों के निजी स्कोर पर पंत के हाथों कैच आउट करवा दिया। स्मिथ ने अपनी पारी के दौरान 60 गेंदों का सामना किया लेकिन एक भी बाउंड्री नहीं लगा सके।
लंच से पहले ही ऑस्ट्रेलिया की आधी टीम 104 रनों पर पवेलियन लौट गई। इसके बाद ट्रेविस हेड ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए तेजी से रन बनाए। हेड ने अपनी पारी में 89 रन बनाए और टीम को कुछ उम्मीदें दिलाई। उन्होंने 101 गेंदों में 8 चौके लगाए। हालाँकि,जसप्रीत बुमराह ने पंत के हाथों कैच आउट कराकर उनकी शानदार पारी का अंत कर दिया।
मिशेल मार्श ने भी 47 रनों की उपयोगी पारी खेली,लेकिन नीतिश रेड्डी ने उनकी पारी का अंत किया। इसके बाद विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने निचले क्रम पर कुछ देर तक संघर्ष किया और 58 गेंदों पर 36 रन बनाए। हालाँकि,दूसरे छोर पर विकेट गिरते रहे। वाशिंगटन सुंदर ने मिशेल स्टार्क को 12 रन पर और नाथन लियोन को शून्य रन पर आउट कर पवेलियन भेजा। आखिर में हर्षित राणा ने कैरी को बोल्ड कर भारत को जीत दिलाई।
भारतीय गेंदबाजों ने इस मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने तीन-तीन विकेट लिए। वाशिंगटन सुंदर को दो विकेट मिले, जबकि हर्षित राणा और नीतिश रेड्डी ने एक-एक विकेट झटके। बुमराह ने अपनी घातक गेंदबाजी से पहली पारी में 30 रन देकर पाँच विकेट लिए और दूसरी पारी में तीन विकेट लेकर भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
इस बड़ी जीत के साथ भारत ने सीरीज में बढ़त बना ली है और मनोवैज्ञानिक बढ़त भी हासिल की है। जसप्रीत बुमराह को मैच में कुल आठ विकेट लेने के लिए “प्लेयर ऑफ द मैच” के खिताब से सम्मानित किया गया।
पर्थ टेस्ट के बाद भारत का अंक प्रतिशत (पीसीटी) बढ़कर 61.11 हो गया है, जिससे वह अंक तालिका में शीर्ष पर पहुँच गया। ऑस्ट्रेलिया,जो पहले शीर्ष पर था,अब दूसरे स्थान पर खिसक गया है और उसका पीसीटी 57.69 है। दोनों टीमें 11 जून को लॉर्ड्स में होने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाने की दौड़ में हैं।
श्रीलंका डब्ल्यूटीसी स्टैंडिंग में तीसरे स्थान पर काबिज है,जिसका पीसीटी 55.56 है। हाल ही में श्रीलंका ने घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड को 2-0 से हराकर अपनी स्थिति को मजबूत की है। डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुँचने की दौड़ में श्रीलंका भी एक मजबूत दावेदार के रूप में उभर रहा है।
भारत को अपने अगले चार मैचों में से कम से कम तीन में जीत दर्ज करनी होगी ताकि फाइनल में क्वालीफाई किया जा सके। वहीं, ऑस्ट्रेलिया भी अब अपने शेष मैचों में जीत के लिए रणनीति तैयार करेगा।
भारत की इस जीत ने पूरी टीम के उत्कृष्ट प्रदर्शन को दर्शाया। बल्लेबाजी में मजबूत शुरुआत से लेकर गेंदबाजों के दमदार प्रदर्शन तक,हर विभाग में टीम ने संतुलित प्रदर्शन किया। अब भारतीय टीम सीरीज के आगामी मैचों में भी इसी लय को बनाए रखने की कोशिश करेगी। ऑस्ट्रेलिया के लिए यह हार एक बड़ा झटका है और अगले मैच में वापसी करना उनके लिए बेहद जरूरी होगा।
भारत और ऑस्ट्रेलिया अब एडिलेड ओवल में 6-10 दिसंबर तक होने वाले डे-नाइट टेस्ट (गुलाबी गेंद टेस्ट) के लिए एडिलेड की यात्रा करेंगे। यह मैच दोनों टीमों के लिए निर्णायक साबित हो सकता है,खासकर डब्ल्यूटीसी फाइनल की दौड़ में।
भारत की इस जीत ने टीम को डब्ल्यूटीसी फाइनल की ओर मजबूती से कदम बढ़ाने का मौका दिया है। हालाँकि,आगे के मैच चुनौतीपूर्ण होंगे और टीम को अपनी लय बनाए रखनी होगी। एडिलेड टेस्ट में प्रदर्शन इस बात का संकेत देगा कि भारत अपने लक्ष्य के कितने करीब पहुँच रहा है। दूसरी ओर,ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका भी अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश करेंगे, जिससे फाइनल की दौड़ और रोमांचक हो गई है।