नई दिल्ली, 2 अगस्त (युआईटीवी/आईएएनएस)- भारत और मालदीव ने क्षमता निर्माण, साइबर सुरक्षा, आवास, आपदा प्रबंधन और बुनियादी ढांचे में सहयोग की सुविधा के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति के बीच बातचीत के बाद छह समझौते किए। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जोर देकर कहा कि रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में भारत और मालदीव के बीच घनिष्ठ संबंध शांति के लिए महत्वपूर्ण हैं और कहा कि हिंद महासागर में अंतरराष्ट्रीय अपराध, आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी का खतरा गंभीर है।
हिंद महासागर क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय अपराध, आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी का खतरा गंभीर है। इसलिए पूरे क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में भारत और मालदीव के बीच समन्वय महत्वपूर्ण है, उन्होंने मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के साथ बातचीत के बाद कहा।
सोमवार को अपनी चार दिवसीय भारत यात्रा शुरू करने वाले सोलिह ने कहा कि उन्होंने और पीएम मोदी ने आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए एक ²ढ़ प्रतिबद्धता दोहराई है।
मालदीव-भारत संबंध को कूटनीति से परे बताते हुए उन्होंने कहा कि उनका देश भारत का सच्चा दोस्त बना रहेगा। मालदीव के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी के साथ एक संयुक्त प्रेस बयान में कहा, यह यात्रा हमारे दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंध की पुष्टि करती है।
भारत और मालदीव ने क्षमता निर्माण, साइबर सुरक्षा, आवास, आपदा प्रबंधन और बुनियादी ढांचे में सहयोग की सुविधा के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति के बीच बातचीत के बाद छह समझौते किए।
पीएम मोदी ने कहा कि कोविड महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद और देशों के बीच सहयोग एक व्यापक साझेदारी का रूप ले रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत, मालदीव की किसी भी जरूरत या संकट पर पहला जवाब देने वाला देश रहा है और रहेगा। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि भारत-मालदीव साझेदारी न केवल दोनों देशों के नागरिकों के हित में काम कर रही है, बल्कि स्थिरता का स्रोत भी बन रही है।
नई दिल्ली में आधिकारिक कार्यक्रमों के अलावा, सोलिह व्यावसायिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए मुंबई भी जाएंगे।
मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के प्रमुख समुद्री पड़ोसियों में से एक है और भारत की नेबरहुड फस्र्ट पॉलिसी में एक विशेष स्थान रखता है। पिछले कुछ वर्षों में रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्रों सहित दोनों देशों के बीच समग्र द्विपक्षीय संबंधो में तेजी से वृद्धि हुई है।