नई दिल्ली, 26 सितंबर (युआईटीवी/आईएएनएस)| वरिष्ठ कांग्रेस नेता मार्गरेट अल्वा ने राजस्थान में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की आलोचना करते हुए उन्हें व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं से दूर रहने को कहा। साथ ही किसी का नाम लिए बिना उन्होंने घटनाओं को निराशाजनक बताया। अल्वा ने सोमवार को ट्वीट किया, “राजस्थान में होने वाली घटनाएं बेहद निराशाजनक, दुर्भाग्यपूर्ण और अनावश्यक हैं। राज्य के वरिष्ठ नेताओं को व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को छोड़ने और राहुल गांधी से संकेत लेने के लिए तैयार रहना चाहिए, जो मानते हैं कि कांग्रेस को इस समय नि:स्वार्थ सेवा की सबसे ज्यादा जरूरत है।”
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर रविवार को बुलाई गई कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक रद्द कर दी गई, क्योंकि गहलोत के प्रति वफादार 90 से अधिक विधायकों ने इस्तीफा देने की धमकी दे दी और अपने समूह से नया सीएम चेहरा चुनने की मांग की।
राजस्थान के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मीडिया से कहा, “विधायक चाहते हैं कि या तो गहलोत मुख्यमंत्री बने रहें या सचिन पायलट के बजाय अपनी पसंद के किसी और को मुख्यमंत्री बनाएं।”
कथित तौर पर राज्यसभा सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने गहलोत से स्थिति को संभालने के लिए कहा, लेकिन मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से कहा कि यह उनके हाथ में नहीं है।
इस बीच, राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट को मुख्यमंत्री पद के लिए केंद्रीय नेताओं की पसंद माना जा रहा है।
गहलोत खेमे का एक प्रतिनिधिमंडल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन से मिलने गया, जो सीएलपी बैठक के पर्यवेक्षक के रूप में जयपुर में हैं।
इनमें राज्य के शहरी विकास एवं आवास मंत्री शांति धारीवाल, प्रताप सिंह खाचरियावास और महेश जोशी शामिल हैं।
माकन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हम अभी दिल्ली नहीं जा रहे हैं। हमें हर एक विधायक से फीडबैक लेने के लिए कहा गया है।”
इस बीच, सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने गहलोत और पायलट दोनों को दिल्ली बुलाया है।