सैन फ्रांसिस्को, 24 जुलाई (युआईटीवी/आईएएनएस)- लक्षित उत्पीड़न को रोकने के मकसद से फेसबुक के स्वामित्व वाले इंस्टाग्राम ने अब लिमिट्स नामक एक नए फीचर की टेस्टिंग कर रहा है। यूजर्स को जब लगेगा कि वे उत्पीड़न का शिकार हुए हैं, उस वक्त इस नए फीचर की मदद से वे अपने अकाउंट्स को लॉक कर सकेंगे या बातचीत को सीमित कर सकेंगे।
इंस्टाग्राम के प्रमुख एडम मोसेरी ने गुरुवार को इंगैजेट के हवाले से कहा, “नस्लवाद और अभद्र भाषा का इंस्टाग्राम पर कोई स्थान नहीं है।”
प्लेटफॉर्म पर उत्पीड़न को रोकने के प्रयास पर मोसेरी ने कहा कि इंस्टाग्राम की योजना अभद्र भाषा को जितना संभव हो सके कम करना है। इसे लगभग शून्य के बराबर तक लाना है।
हालांकि यह जानते हुए भी कि ऐप पर से सभी प्रकार के नस्लवाद को मिटा पाना नामुमकिन के बराबर है, लेकिन इसके बावजूद भी कंपनी की योजना लोगों का परिचय ऐसे टूल्स संग कराना है, जो उन्हें इसे रोकने की कुछ शक्ति दे।
रिपोर्ट में कहा गया, “लिमिट्स इस उद्देश्य से बेहतर है।”
मोसेरी ने इस नए फीचर के बारे में आगे कहा, “हम जानते हैं कि लोगों में दर्द और नफरत की भावना कुछ समय तक के लिए ही होती है, इस दौरान सुरक्षा देने के मकसद से एक टूल्स की जरूरत है।”
इस फीचर को दुनियाभर में जारी करने से पहले इंस्टाग्राम अभी कुछ चुनिंदा देशों में लिमिट्स की टेस्टिंग कर रहा है।