प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू

इजरायली सरकारी मीडिया द्वारा ‘ईरान के खिलाफ इजरायल के जल्द बड़ा हमला करने का दावा से फैली दहशत

यरुशलम,22 अक्टूबर (युआईटीवी)- इजरायल के मंत्रियों ने ईरान के खिलाफ “बहुत जल्द” ही एक काउंटर अटैक किए जाने जानकारी दी है। इजरायल की राष्ट्रीय मीडिया द्वारा यह जानकारी सामने आई है। ईरान ने 1 अक्टूबर को इजरायल पर 180 बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया था, जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। यह हमला ईरान ने तेहरान में हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हानियेह और बेरुत में हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह की हत्या का बदला लेने के मकसद से किया था।

इजरायल के सरकारी कान टीवी का हवाला देते हुए समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि इजरायल के कैबिनेट मंत्रियों ने रविवार को एक कैबिनेट मीटिंग की। इस मीटिंग में ईरान के खिलाफ जल्दी ही इजरायल का पलटवार वाला हमला किए जाने पर विचार-विमर्श किया गया।

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले के बाद ईरान पर जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई थी। हालाँकि, इस पलटवार की तारीख को गोपनीय रखा गया है। इजरायली मंत्रियों ने रविवार को कैबिनेट की एक मीटिंग में बताया कि इजरायल का जवाबी हमला बहुत जल्द किया जाएगा और यह हमला बहुत ही महत्वपूर्ण ठिकानों पर होगा।

इस जानकारी के कुछ घंटों बाद,अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने इजरायल में ‘टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस’ (थाड) सिस्टम की तैनाती की घोषणा की। इस एयर डिफेंस सिस्टम के साथ अतिरिक्त 100 अमेरिकी सैनिकों की भी तैनाती की गई है,जो इसका संचालन करेंगे। यह कदम इजरायल की सुरक्षा को और अधिक मजबूत करने के लिए उठाया गया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस क्षेत्र में संघर्ष को बढ़ने से रोकने की कोशिश की है। उन्होंने इजरायल से संयम बरतने का आग्रह किया है और ईरान के परमाणु ठिकानों और ऊर्जा के बुनियादी ढाँचों पर हमलों को लेकर चिंता जताई है। हालाँकि, अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि 5 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले इजरायल की ओर से ईरान पर जवाबी कार्रवाई की जा सकती है।

यह ध्यान देने योग्य है कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास के लड़ाकों ने इजरायल पर हमला किया था,जिसमें लगभग 1200 इजरायली मारे गए थे। इस हमले के बाद इजरायल ने फिलिस्तीन के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी,जिसके चलते अब तक 40,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और लाखों लोगों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है। ईरान और हिजबुल्लाह ने हमास के समर्थन में आते हुए इजरायल के खिलाफ संघर्ष को और बढ़ा दिया है।

इस स्थिति में इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है और आने वाले दिनों में इस विवाद में और वृद्धि देखने को मिल सकती है।