शोपियां में 30 साल बाद जश्न-ए-चिल्लईकलां

शोपियां, 22 दिसंबर (युआईटीवी/आईएएनएस)| कश्मीर के शोपियां जिले ने 30 साल में पहली बार संगीत समारोह आयोजित कर इतिहास रच दिया है। इसके साथ ही सर्दियों के सबसे कठोर दौर का स्वागत किया गया। बाटापोरा स्टेडियम में शोपियां की 44 राष्ट्रीय राइफल्स द्वारा आयोजित जश्न-ए-चिल्लई कलां में पुलवामा और बडगाम सहित आसपास के जिलों से उत्सव में शामिल होने के लिए भारी भीड़ उमड़ी।

इस कार्यक्रम का उद्घाटन जीओसी विक्टर फोर्स, जनरल रेशिम बाली ने किया और इसमें कई जिला प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने शिरकत की।

जनरल बाली ने युवाओं से एक शिक्षित कश्मीरी समाज के लिए प्रयास जारी रखने और इस ‘अल्लाह की जन्नत’ में विकास और शांति लाने में योगदान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि दक्षिण कश्मीर में बदलाव की बयार को महसूस किया जा सकता है और शोपियां में आयोजित सांस्कृतिक उत्सव को देखना खुशी की बात है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कश्मीर के युवा भविष्य हैं और उनको समाज के जिम्मेदार नागरिकों के रूप में पोषित करने की जरूरत है।”

म्यूजिकल बैंड्स ने स्थानीय लोगों को इस कार्यक्रम की ओर आकर्षित किया और बैंड द्वारा गाए गए गीतों ने कश्मीर के तापमान में गर्माहट ला दी। श्रीनगर के चिनार बैंड ने अपने मधुर और ऊजार्वान प्रदर्शन के साथ भीड़ का मनोरंजन किया।

वॉल ऑफ काइंडनेस, फेस्टिवल में जरूरतमंदों और बेघरों के लिए एक पहल भी की गई थी। स्थानीय लोगों ने भारी तादाद में अपने कपड़े और अन्य सामान जरूरतमंदों व बेघरों के लिए दान कर दिए।

इस महोत्सव का उद्देश्य कश्मीरी संस्कृति, हस्तशिल्प और व्यंजनों को भी बढ़ावा देना था।

कश्मीर में सर्दियों का सबसे कठोर दौर चिल्लई कलां, जो सोमवार से शुरू हुआ, का स्वागत भारतीय सेना की 44 राष्ट्रीय राइफल्स ने एक अनोखे और आकर्षक तरीके से किया। ब्रिगेडियर 12 सेक्टर आरआर, अजय कटोच, सीओ 44 आरआर, ए.के. सिंह, शोपियां के उपायुक्त चौधरी मोहम्मद यासीन, शोपियां के एसएसपी अमृत पाल भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।

जनरल बाली ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि जश्न-ए-चिल्लई कलां कश्मीर को दुनिया के बाकी हिस्सों से अलग बनाता है और घाटी में और अधिक सुंदरता जोड़ता है। उन्होंने कहा कि चिल्लई कलां कश्मीरियों की अंतर्राष्ट्रीय पहचान है और हमें कश्मीरियों के चिल्लई कलां का गर्मजोशी से स्वागत करना होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *