नई दिल्ली, 4 जनवरी (युआईटीवी/आईएएनएस) उच्चत्तम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एन.वी. रमना ने मंगलवार को कहा कि शीर्ष न्यायालय के न्यायाधीश आर. सुभाष रेड्डी ने अपनी सादगी और विनम्रता से सभी का दिल जीत लिया है और उन्हें हमेशा एक निष्पक्ष एवं मेहनती न्यायाधीश के रूप में याद किया जाएगा।
मुख्य न्यायाधीश ने मंगलवार को न्यायाधीश रेड्डी के सेवानिवृति विदाई कार्यक्रम में यह बात कही। इस पीठ में उनके अलावा न्यायाधीश आर सुभाष रेड्डी, न्यायाधीश सूर्य कांत और न्यायाधीश हिमा कोहली शामिल रहे थे।
न्यायाधीश रेड्डी तेलंगाना के पहले न्यायाधीश हैं जो इसके नया राज्य के बनने के बाद उच्चत्तम न्यायालय तक पहुंचे हैं।
उन्होंेने कहा कि विभिन्न उच्च न्यायालयों और शीर्ष न्यायालय में 20 वर्षों के अपने कार्यकाल के दौरान, न्यायाधीश रेड्डी ने हमेशा लोगों की स्वतंत्रता को बरकरार रखा और उनके हक में फैसले दिए।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा, न्यायाधीश रेड्डी को उच्चत्तम न्यायालय के प्रशासनिक पक्ष में उनकी समर्पित प्रतिबद्धता के लिए भी याद किया जाएगा। उन्होंेने अपनी सादगी और विनम्रता से सभी का दिल जीता है तथा उन्हें हमेशा एक निष्पक्ष और मेहनती न्यायाधीश के रूप में याद किया जाएगा।
न्यायमूर्ति रमना ने कहा मैं उन्हें तब से देख रहा हूं जब वह युवा वकील के रूप में प्रैक्टिस करते थे। वह अधिक काम होने के कारण एक अदालत से दूसरी अदालत में व्यस्त रहते थे । उन्होंने ट्रिब्यूनल, सिविल कोर्ट, आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय और उच्चत्तम न्यायालय में आपराधिक, संवैधानिक, राजस्व, कराधान, श्रम, कंपनी और सेवा मामले ,मूल और अपीलीय मामलों में 22 साल तक प्रैक्टिस की थी।
उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी विशेषज्ञता का क्षेत्र संवैधानिक कानून है और न्यायाधीश रेड्डी ने शीर्ष अदालत में अपने कार्यकाल के दौरान, विधि से जुड़े कई संवेदनशील मामलों का निपटारा किया और 100 से अधिक निर्णयों को कलमबद्ध किया था।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा मैंने उनके साथ एक बेंच भी साझा की है और उनकी राय और कौशल से लाभान्वित हुआ हूं।”
न्यायाधीश रेड्डी का जन्म 5 जनवरी, 1957 को श्री आर. जगन्नाथ रेड्डी और आर. विशाला देवी के परिवार में हुआ था। उनका परिवार मूल रूप से कृषि कार्यों में जुड़ा हुआ था।