बेंगलुरु, 14 मई (युआईटीवी/आईएएनएस)- कर्नाटक पुलिस ने शनिवार को एक तेजाब हमलावर के पैर में गोली मारी, जब वह भागने की कोशिश कर रहा था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक फरार तेजाब हमलावर नागेश 28 अप्रैल से ही पुलिस के चंगुल से भागने में सफल रहा था। गोलीबारी तब हुई जब पुलिस उसे तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई से कर्नाटक वापस ला रही थी।
पुलिस ने कथित तौर पर नागेश के दाहिने पैर में गोली मार दी। गोली लगने के बाद उसे एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने कहा कि आरोपी ने पुलिस कांस्टेबल महादेवैया पर हमला किया, जबकि बाद में भागने की कोशिश करते हुए उसे पकड़ लिया। कर्नाटक पुलिस ने नागेश को शुक्रवार को तिरुवन्नामलाई से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए 10 विशेष टीमों का गठन किया था। 16 दिन बाद कामाक्षीपाल्या पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया।
पुलिस इस सुराग पर काम कर रही थी कि आरोपी एक भक्त था और तीर्थ स्थलों का दौरा कर रहा था।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सभी धार्मिक स्थलों की तलाशी लेने के बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला क्योंकि आरोपी एक ‘आश्रम’ में एक धार्मिक साधु के रूप में छिपने में कामयाब रहा।
आरोपी ने कथित तौर पर भगवा वस्त्र पहन रखा था और एक आध्यात्मिक व्यक्ति होने का नाटक कर रहा था।
पुलिस ने भी आश्रम में भक्तों के रूप में प्रवेश किया और नागेश के बारे में सुराग खोजने में कामयाब रही और अंत में उसे पकड़ लिया। घटना 28 अप्रैल की है।
बेंगलुरु के सुनकदकट्टे में एक लड़की कार्यस्थल के पास एक ऑटोरिक्शा का इंतजार कर रही थी और हमलावर नागेश ने तभी उस पर तेजाब फेंक दिया था। बच्ची 35 फीसदी जल गई। पुलिस ने बताया कि आरोपी पीड़िता के साथ एक ही स्कूल में पढ़ता था।
लड़की के मना करने पर आरोपित ने उस पर हमला कर दिया। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने अस्पताल में पीड़िता से मुलाकात की और उसे मुफ्त इलाज का आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी घोषणा की कि उनके ठीक होने के बाद राज्य सरकार उन्हें नौकरी मुहैया कराएगी।