बेंगलुरु, 2 अगस्त (युआईटीवी/आईएएनएस)- कर्नाटक सरकार ने सोमवार से राज्य में कोविड-19 के खतरे से निपटने के लिए कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। केरल और महाराष्ट्र से राज्य में विशेष रूप से बेंगलुरु आने वाले यात्रियों पर उचित निगरानी सुनिश्चित करने के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है। बृहत बेंगलुरु महानगर पालिक (बीबीएमपी) के मुख्य आयुक्त गौरव गुप्ता ने केरल और महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों पर आरटी-पीसीआर परीक्षणों की जांच करने का आदेश पारित किया है।
विशेष अभियान बेंगलुरु में चलाया जाएगा और इसकी जिम्मेदारी जोनल कमिश्नरों और स्वास्थ्य निरीक्षकों पर तय की गई है। राजस्व विभाग के अधिकारियों को भी बेंगलुरू में सभी प्रवेश बिंदुओं पर जांच करने और परीक्षण सुनिश्चित करने के लिए शामिल किया गया है।
राजस्व विभाग के अधिकारी जांच करेंगे कि यात्रियों के पास 72 घंटे के आरटी-पीसीआर टेस्ट का सर्टिफिकेट है या नहीं। जिनके पास प्रमाण पत्र नहीं है उनका स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी आरटी-पीसीआर टेस्ट करेंगे।
मैजेस्टिक रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, मैसूर रोड सैटेलाइट बस टर्मिनल, यशवंतपुर रेलवे स्टेशन और बस स्टॉप, केंगेरी सैटेलाइट बस टर्मिनल, शिवाजीनगर बस टर्मिनल, छावनी रेलवे स्टेशन, के.आर. पुरम रेलवे स्टेशन, जो इन राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए प्रवेश बिंदु माना जाता है। इन बिंदुओं पर उनकी कड़ी निगरानी की जाएगी।
स्वास्थ्य सचिवालय द्वारा दिशानिर्देश तैयार किए गए हैं और सरकार ने कोविड संकट को रोकने के लिए सख्त आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने पहले ही घोषणा कर दी है कि राज्य में 15 दिनों के घटनाक्रम को देखने के बाद, सरकार हाल ही में हटाए गए प्रतिबंधों को लागू करने पर फैसला करेगी।
कर्नाटक ने रविवार को 1,875 ताजा कोविड -19 संक्रमण और 25 मौतें दर्ज कीं, जिससे राज्य में कुल मामले 29,06,999 हो गए और मरने वालों की संख्या बढ़कर 36,587 हो गई है।