नई दिल्ली, 13 सितंबर (युआईटीवी)- विशेषज्ञों ने आवश्यक कैंसर दवाओं पर कर दरों को कम करने के जीएसटी परिषद के फैसले की सराहना की है, इसे रोगियों के लिए जीवन रक्षक दवाओं को अधिक किफायती और सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।
भारत भर में कैंसर रोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम में,जीएसटी परिषद ने सोमवार शाम को नई दिल्ली में आयोजित अपनी 54वीं बैठक के दौरान ट्रैस्टुज़ुमैब डेरक्सटेकन,ओसिमर्टिनिब और दुर्वलुमाब प्रमुख कैंसर दवाओं पर जीएसटी दरों को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने की घोषणा की।
सर एच.एन. रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में मेडिकल ऑन्कोलॉजी के सलाहकार डॉ. प्रीतम कटारिया ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “यह निर्णय कैंसर से लड़ने वाले लोगों के लिए जीवन रक्षक उपचार को और अधिक किफायती बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करता है।” उन्होंने कहा, “कैंसर की बढ़ती घटनाओं के साथ, यह एक स्वागत योग्य कदम है,जिससे इलाज प्रणाली में मरीजों का विश्वास भी बढ़ेगा।”
थेरेपी की लंबी अवधि और दवाओं की उच्च लागत के कारण कैंसर का इलाज अक्सर अत्यधिक महँगा हो सकता है,खासकर जब इम्यूनोथेरेपी या लक्षित थेरेपी जैसे आयातित उपचार की आवश्यकता होती है।
डॉ. कटारिया ने कहा कि,”जीएसटी में कटौती से भारत में अधिक रोगियों को मानक देखभाल प्राप्त करने में मदद मिलेगी। नए उपचारों के साथ चिकित्सा के दुष्प्रभावों को कम करने और रोगी की प्रतिक्रियाओं को बढ़ाने के साथ, यह परिवर्तन अंततः रोगी के परिणामों में सुधार करेगा।”
कम जीएसटी दरों से लाभान्वित होने वाली तीन दवाओं में स्तन कैंसर के लिए उपयोग की जाने वाली ट्रैस्टुज़ुमैब डेरक्सटेकन शामिल हैं; ओसिमर्टिनिब, ईजीएफआर उत्परिवर्तन के लिए फेफड़ों के कैंसर की दवा और ड्यूरवालुमैब, फेफड़े और पित्त पथ के कैंसर के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अतिरिक्त,डेरक्सटेकन का उपयोग हर2-पॉजिटिव जीन वाले सभी कैंसर में किया जा सकता है।
सरकार ने पहले ही केंद्रीय बजट 2024-25 में इन तीन कैंसर दवाओं को सीमा शुल्क से छूट दे दी थी।
इंडियन फार्मास्युटिकल एलायंस के महासचिव सुदर्शन जैन ने कहा कि,”हम कैंसर की दवाओं पर जीएसटी घटाकर 5 प्रतिशत करने के जीएसटी परिषद के फैसले का स्वागत करते हैं। भारत में पुरानी बीमारियों के बढ़ते बोझ के साथ,यह जीवन रक्षक दवाओं को अधिक सुलभ बनाने और स्वास्थ्य परिणामों में सुधार लाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।”
नई दिल्ली में यूनिक हॉस्पिटल कैंसर सेंटर में मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट और मेडिकल ऑन्कोलॉजी के प्रमुख डॉ. आशीष गुप्ता ने इस भावना को व्यक्त करते हुए कहा कि,”इस बेहद जरूरी जीएसटी कटौती से उन्नत कैंसर उपचारों तक पहुँच में सुधार हो सकता है,रोगियों पर वित्तीय बोझ कम हो सकता है और उनके परिवार और संभावित रूप से अधिक रोगियों को इन दवाओं से लाभान्वित करने की अनुमति देकर उपचार के परिणामों में सुधार करेंगे।