भोपाल, 28 जुलाई (युआईटीवी/आईएएनएस)- मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने गुरुवार को कहा कि जिन छात्रों को एक सीरिंज से कोविड वैक्सीन दी गई, वे सभी सुरक्षित हैं, लेकिन उनके स्वास्थ्य की निगरानी के लिए उन्हें 28 दिनों तक निगरानी में रखा जाएगा। मीडियाकर्मियों से बात करते हुए मंत्री ने कहा, छात्रों से एकत्र किए गए नमूनों में से किसी भी संक्रामक रोग का कोई लक्षण नहीं देखा गया है। हालांकि, उन सभी को 28 दिनों तक निगरानी में रखा जाएगा, ताकि उनके स्वास्थ्य की निगरानी की जा सके।
‘एक सुई-एक सिरिंज-केवल एक बार’ प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर उन्होंने कहा, “निश्चित रूप से यह एक बड़ी चूक है और इसलिए दोषी व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।”
बुधवार को, मध्य प्रदेश के सागर जिले के जैन पब्लिक स्कूल में 40 छात्रों को एक ही सिरिंज से कोरोना की वैक्सीन दी गई, जो ‘एक सुई-एक सिरिंज-केवल एक बार’ प्रोटोकॉल का सरासर उल्लंघन है।
जब टीकाकरण चल रहा था, एक छात्र के पिता ने देखा कि नसिर्ंग छात्र सिरिंज नहीं बदल रहा था और उन्होंने इस पर आपत्ति जताई।
नसिर्ंग छात्र ने यह कहते हुए अपना बचाव किया कि उसके पास सभी छात्रों को टीका लगाने के लिए एक सिरिंज है।
नसिर्ंग की छात्रा ने कहा, “मैंने वही किया जो मुझसे करने के लिए कहा गया था। सामग्री (टीके और अन्य किट) देने वाले व्यक्ति ने एक ही सिरिंज दी।”
टीकाकरण टीम भेजने के प्रभारी जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ राकेश रोशन के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।