महाकुंभ मेला

महाकुंभ 2025 : 300 सफाई कर्मचारियों ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ रचा इतिहास

प्रयागराज,15 फरवरी (युआईटीवी)- प्रयागराज में महाकुंभ मेला 2025 में पहली बार रिवर क्लीनिंग का रिकॉर्ड बना। 300 सफाईकर्मियों ने 30 मिनट में त्रिवेणी संगम घाट की सफाई कर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज किया। यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है। 300 स्वच्छता कार्यकर्ताओं ने पहले समन्वित नदी सफाई प्रयास के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। यह महत्वपूर्ण कार्य उत्सव के दौरान गंगा नदी के कई क्षेत्रों में हुआ।

महाकुंभ मेले की सीईओ आकांक्षा राणा ने इस उपलब्धि के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “आज का दिन दुनिया में पहली बार ऐतिहासिक है, जहाँ 300 सफाई कर्मचारी विभिन्न स्थानों पर गंगा की सफाई के लिए एक साथ आए हैं। इस पहल का उद्देश्य देश और दुनिया को एक शक्तिशाली संदेश भेजना है,सभी की सुरक्षा के लिए हमारी नदियों और जल निकायों को साफ रखें।

इस गति को आगे बढ़ाते हुए,मेला प्रशासन आगे बड़े पैमाने पर स्वच्छता पहल शुरू करने की योजना बना रहा है। ऐसे ही एक प्रयास में 15,000 स्वच्छता कार्यकर्ताओं को शामिल करते हुए सड़क पर सफाई अभियान शामिल है,जिसका लक्ष्य एक और विश्व रिकॉर्ड स्थापित करना और त्योहार के दौरान स्वच्छता बनाए रखने की प्रतिबद्धता को मजबूत करना है।

महाकुंभ मेला 2025 में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई है,जिसमें एक ही दिन में 5.1 मिलियन से अधिक तीर्थयात्री त्रिवेणी संगम – गंगा,यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों के संगम – पर पवित्र स्नान करने के लिए एकत्र हुए हैं। त्योहार की शुरुआत के बाद से 491.4 मिलियन से अधिक भक्तों ने पवित्र स्नान अनुष्ठानों में भाग लिया है।

भारी भीड़ को प्रबंधित करने और सभी उपस्थित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यातायात प्रबंधन के संबंध में सख्त निर्देश जारी किए हैं। प्रयागराज और अयोध्या तथा वाराणसी समेत आसपास के जिलों में भीड़भाड़ रोकने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है। किसी भी यातायात व्यवधान के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा,जो इस महत्वपूर्ण आयोजन के दौरान कुशल भीड़ प्रबंधन के लिए प्रशासन की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

स्वच्छता कार्यकर्ताओं के संयुक्त प्रयास और प्रशासनिक निर्देश न केवल पर्यावरण संरक्षण के महत्व को उजागर करते हैं,बल्कि महाकुंभ मेला 2025 में भाग लेने वाले सभी तीर्थयात्रियों के लिए एक सुरक्षित और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध अनुभव सुनिश्चित करने के समर्पण को भी प्रदर्शित करते हैं।