मुंबई,4 दिसंबर (युआईटीवी)- महाराष्ट्र में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की विधायक दल की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुना गया। यह बैठक भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में संपन्न हुई,जिसमें चंद्रकांत पाटिल और सुधीर मुनगंटीवार ने फडणवीस के नाम का प्रस्ताव रखा,जिसका पंकजा मुंडे ने समर्थन किया।
इस बैठक में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को शीर्ष नेतृत्व ने पर्यवेक्षक के रूप में भेजा था,जिनकी मौजूदगी में देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुना गया।
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद,देवेंद्र फडणवीस को निर्मला सीतारमण और विजय रूपाणी ने गुलदस्ता देकर बधाई दी। यह बैठक महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के 11 दिन बाद आयोजित हुई थी और इसके बाद फडणवीस ने शपथ ग्रहण की तारीख का ऐलान भी किया। देवेंद्र फडणवीस 5 दिसंबर को महाराष्ट्र के आजाद मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे और यह उनका तीसरा कार्यकाल होगा।
विधानसभा चुनावों में भाजपा ने महायुति के तहत ऐतिहासिक जीत हासिल की थी और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इसका श्रेय देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व को दिया। महाराष्ट्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि भाजपा ने देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में यह ऐतिहासिक चुनाव लड़ा है और महायुति ने ऐतिहासिक जीत प्राप्त की है। बावनकुले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मदद से महाराष्ट्र को नंबर एक राज्य बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्धता जताई।
विधायक दल की बैठक में विजय रूपाणी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से अनुरोध किया कि वे मुख्यमंत्री पद के लिए अपने-अपने प्रस्ताव प्रस्तुत करें। हालाँकि,इस बैठक के बाद यह साफ हो गया कि फडणवीस को विधायक दल का नेता चुना गया और अब वे मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। बैठक में पंकजा मुंडे,प्रवीण दरेकर और रविंद्र चव्हाण ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया,जो उनके लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए दो प्रमुख नामों- देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे पर चर्चा चल रही थी। अब विधायक दल के नेता के रूप में फडणवीस का नाम पक्का हो चुका है। इसके बाद महायुति के विधायकों की बैठक आयोजित की जाएगी,जिसमें मुख्यमंत्री और दो डिप्टी मुख्यमंत्री राज्यपाल से मुलाकात करके सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
फडणवीस के विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद उनके आवास के बाहर कार्यकर्ताओं का जश्न शुरू हो गया। कार्यकर्ता ढोल नगाड़ों के साथ खुशी मना रहे थे और फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा की विजय का उत्सव मना रहे थे। यह माहौल भाजपा के समर्थकों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था,जो पार्टी के जीत और फडणवीस के नेतृत्व में नई सरकार के गठन के प्रतीक के रूप में उभरा।
हालाँकि,शपथ ग्रहण समारोह के दौरान कितने मंत्री शपथ लेंगे,इस बारे में स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं की गई है। 5 दिसंबर को आजाद मैदान में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा,जहाँ फडणवीस के साथ अन्य नेता भी शपथ ले सकते हैं। यह समारोह भाजपा और महायुति के लिए महत्वपूर्ण था,क्योंकि राज्य में फिर से भाजपा का नेतृत्व स्थापित होने जा रहा है।
इस तरह से,महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार का गठन और देवेंद्र फडणवीस का तीसरी बार मुख्यमंत्री बनना भाजपा और उनके समर्थकों के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना है,जो राज्य में पार्टी की शक्ति को फिर से मजबूती से स्थापित करता है।