मुंबई,4 अक्टूबर (युआईटीवी)- लंदन ओलंपिक 2012 में कांस्य पदक जीतने वाली भारत की एकमात्र महिला मुक्केबाज मैरी कॉम ने पहलवान विनेश फोगाट के पेरिस ओलंपिक 2024 में 100 ग्राम से अधिक वजन होने के कारण अयोग्य ठहराए जाने पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि निर्धारित सीमा के भीतर वजन बनाए रखना खिलाड़ी की व्यक्तिगत जिम्मेदारी है।
पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित होने की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है और इस मामले पर अब तक अलग-अलग राय सामने आ रही है। इस विषय पर साइना नेहवाल से लेकर नीरज चोपड़ा तक,कई नामचीन लोगों ने ध्यान दिया है। छह बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज एम.सी.मैरी कॉम भी इस श्रेणी में शामिल हो गई हैं। वजन प्रबंधन के शारीरिक बोझ से मैरी कॉम अनजान नहीं हैं। पेरिस ओलंपिक में 100 ग्राम से अधिक वजन होने के कारण पहलवानविनेश फोगाट को ओलंपिक में निराशा हुई। इस पर जारी बहस में लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम भी कूद पड़ीं और कहा कि निर्धारित सीमा के भीतर वजन बनाए रखना खिलाड़ी की व्यक्तिगत जिम्मेदारी है और इसके लिए आप किसी और को दोष नहीं दे सकते हैं।
एक कार्यक्रम के इतर 42 वर्षीय मैरी कॉम ने विनेश फोगाट के बारे में पहली बार बोलते हुए कहा कि पेरिस ओलंपिक में निर्धारित समय सीमा में वजन का प्रबंधन करना एक एथलीट की व्यक्तिगत जिम्मेदारी होती है। चार बच्चों की माँ और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम भारत की एकमात्र महिला मुक्केबाज हैं,जिन्होंने ओलंपिक पदक लंदन ओलंपिक 2012 में कांस्य पदक हासिल किया है। उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक ने उन्हें अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया है और वह शहर में उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक के प्रचार के लिए आई थीं। इस दौरान मैरी कॉम ने विनेश फोगाट पर हुए विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। पेरिस खेलों में 50 किग्रा के फाइनल के दिन विनेश फोगाट को निर्धारित सीमा से थोड़ा अधिक वजन होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था,जिस पर विवाद उत्पन्न हुआ था।
मैरी कॉम ने कहा कि,पिछले कई सालों से मैंने भी वजन प्रबंधन किया है। वजन महत्वपूर्ण है और इसका प्रबंधन करना मेरी जिम्मेदारी है। इसलिए मुझे इस बात से बहुत निराशा हुई। आगे उन्होंने कहा कि वजन प्रबंधन के लिए मैं किसी को दोष नहीं दे सकती। मैं यह सब अपने मामले में कह रही हूँ,उनके मामले में मैं यह नहीं कहना चाहती। यदि ठीक से खेलना है,तो वजन का प्रबंधन करना जरूरी है। यदि मैं अपना वजन ठीक से नहीं घटाउँगी,तो मैं कैसे खेल पाऊँगी ? मेरी सोच है कि मैं वहाँ पदक जीतने के लिए हूँ। मैरी कॉम ने अपने वजन घटाने के कठिन तरीकों के बारे में पहले भी बात की है। मणिपुर की इस मुक्केबाज ने पिन-वेट (46 किग्रा) श्रेणी की मुक्केबाज के रूप में शुरुआत की थी और बाद में फ्लाईवेट (51 किग्रा) डिवीजन में मुक्केबाजी की।