रोहित शर्मा

वानखेड़े स्टेडियम में दिवेचा पवेलियन का नाम बदलकर ‘रोहित शर्मा स्टैंड’ रखा गया,रोहित शर्मा ने इसे अविश्वसनीय पल बताया

मुंबई,19 अप्रैल (युआईटीवी)- भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा को मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए ) द्वारा एक ऐतिहासिक सम्मान से नवाजा गया है। मुंबई के प्रतिष्ठित वानखेड़े स्टेडियम में स्थित दिवेचा पवेलियन के लेवल-3 का नाम अब ‘रोहित शर्मा स्टैंड’ रखा गया है। एमसीए के इस फैसले की आधिकारिक मंजूरी के बाद,रोहित शर्मा ने भावुक प्रतिक्रिया दी और इसे अपने क्रिकेट करियर का अविश्वसनीय पल बताया।

रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस सम्मान पर अपनी प्रतिक्रिया साझा करते हुए कहा, “जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था,तब मैंने कभी ऐसा सपना नहीं देखा था। मुझे वो दिन याद हैं,जब मैं आज़ाद मैदान में अंडर-16 प्रशिक्षण के बाद ट्रैक पार करके मुंबई रणजी टीम के खिलाड़ियों को देखने के लिए वानखेड़े आता था। तब सिर्फ सपना था कि एक दिन मैं भी इसी मैदान पर खेलूँ और आज जब उसी स्टेडियम में मेरे नाम का स्टैंड होगा,यह कल्पना से परे है। यह मेरे लिए एक बेहद भावनात्मक क्षण है।”

रोहित शर्मा ने भारतीय क्रिकेट में एक मजबूत और स्थायी पहचान बनाई है। उन्होंने साल 2007 में भारत के लिए खेलना शुरू किया और उसी साल भारत की टी20 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा बने। हाल ही में,उन्होंने भारत को टी 20 विश्व कप 2024 और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जिताने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और लगातार दो आईसीसी ट्रॉफी जीत के साथ एक सफल कप्तान के रूप में खुद को स्थापित किया।

इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक और बड़ी घोषणा हुई कि रोहित शर्मा को टी20 मुंबई लीग (मुंबई प्रीमियर लीग – एमपीएल) का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया है। यह घरेलू फ्रेंचाइज़ी आधारित टी20 टूर्नामेंट एमसीए द्वारा आयोजित किया जाता है और भारत के प्रमुख घरेलू क्रिकेट लीगों में से एक बन चुका है। एमपीएल 2025 का संस्करण 26 मई से शुरू होगा।

रोहित ने कहा, “यह लीग युवा खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा मंच है। पिछले दो सीजन में हमने देखा है कि शिवम दुबे,तुषार देशपांडे और शम्स मुलानी जैसे खिलाड़ी इस टूर्नामेंट के जरिए आगे बढ़े और अब भारत या आईपीएल के लिए खेल रहे हैं। भारत जैसे देश में जहाँ प्रतिभा की कोई कमी नहीं है,लेकिन मौके कम हैं,ऐसे में एमपीएल जैसे टूर्नामेंट बहुत जरूरी हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “भारत में कई ऐसे खिलाड़ी हैं,जिनमें प्रतिभा तो है,लेकिन उन्हें रणजी ट्रॉफी या बड़े मंच पर खेलने का मौका नहीं मिल पाता। टी20 मुंबई लीग ऐसे खिलाड़ियों के लिए सुनहरा अवसर है। यह टूर्नामेंट दर्शकों का ध्यान आकर्षित करेगा और साथ ही यह खिलाड़ियों के लिए आईपीएल में प्रवेश का एक आसान रास्ता भी बनेगा।”

रोहित शर्मा की क्रिकेट यात्रा हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा है। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में मुंबई के लिए शानदार प्रदर्शन किया और फिर भारतीय टीम में जगह बनाई। वह तीनों फॉर्मेट में भारत के लिए खेलने वाले चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं।

उन्होंने अब तक भारत के लिए 159 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच,273 वनडे मैच और 67 टेस्ट मैच खेले हैं।

रोहित का टी20 करियर 2024 में बारबाडोस में भारत की विश्व कप जीत के बाद समाप्त हुआ,जब उन्होंने इस फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा की। उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने स्थिरता और आक्रामकता का नया संतुलन देखा,जिससे भारत ने वैश्विक मंचों पर सफलता हासिल की।

रोहित ने वानखेड़े स्टेडियम के साथ अपने पुराने रिश्ते को याद करते हुए कहा, “मैंने यहाँ अपना पहला घरेलू मैच खेला था। इस मैदान में मेरी कई यादें जुड़ी हैं। जब स्टेडियम का नवीनीकरण हुआ,हमने यहाँ विश्व कप मैच खेले और अब जब यहाँ मेरे नाम का एक स्टैंड होगा,तो यह एक बहुत ही व्यक्तिगत और भावनात्मक उपलब्धि होगी।”

मुंबई क्रिकेट ने देश को कई महान खिलाड़ी दिए हैं और रोहित शर्मा इस परंपरा के एक चमकते सितारे हैं। एमसीए का यह कदम न केवल रोहित की उपलब्धियों को मान्यता देने वाला है,बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करेगा कि यदि आप मेहनत,समर्पण और धैर्य के साथ क्रिकेट को अपनाते हैं,तो सपने हकीकत बन सकते हैं।

‘रोहित शर्मा स्टैंड’ सिर्फ एक नाम नहीं है,यह उस जुनून,मेहनत और प्रतिबद्धता की पहचान है,जिसने एक साधारण लड़के को भारतीय क्रिकेट का चमकता सितारा बना दिया।

अब जब टी20 मुंबई लीग 2025 की तैयारी शुरू हो चुकी है और रोहित शर्मा इसके ब्रांड एंबेसडर बन चुके हैं,तो यह देखना दिलचस्प होगा कि यह लीग भारतीय क्रिकेट को कितनी और नई प्रतिभाएँ देती है,ठीक उसी तरह जैसे रोहित एक समय खुद एक उभरता सितारा थे।