मेहुल चोकसी

मेहुल चोकसी को डोमिनिका से बाहर नहीं ले जाया जा सकता : वकील का दावा

नई दिल्ली, 28 मई (युआईटीवी/आईएएनएस)- डोमिनिका में बुधवार को पकड़े गए व्यवसायी की याचिका पर सुनवाई करते हुए एक अदालत ने कहा कि भगोड़े व्यवसायी मेहुल चोकसी को अगले आदेश तक डोमिनिका से बाहर नहीं ले जाया जा सकता है।

चोकसी 13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशलय (ईडी) द्वारा भारत में वांछित है। वह रविवार को एंटीगा और बारबुडा से लापता हो गया था, जिसके बाद बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया था। काफी मशक्कत के बाद उसे बुधवार को डोमिनिका में पकड़ा गया था।

चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने आईएएनएस को बताया, “मेहुल चोकसी बनाम डोमिनिका के अटॉर्नी जनरल और पुलिस प्रमुख के खिलाफ बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर करने पर डोमिनिका अदालत ने अगले आदेश तक चोकसी को डोमिनिका की जमीन से हटाने पर रोक लगाने का आदेश दिया है।”

उन्होंने कहा कि डोमिनिका अदालत ने भी चोकसी को कानूनी सहायता और वकीलों तक पहुंच की अनुमति दी है।

अग्रवाल ने कहा कि मामले की सुनवाई अब डोमिनिका में शुक्रवार की सुबह होगी।

अग्रवाल ने गुरुवार रात कहा था कि चोकसी को एंटीगा से एक जहाज में चढ़ने के लिए मजबूर किया गया और उसे डोमिनिका ले जाया गया।

उसने यह भी दावा किया कि चोकसी को वहीं रखा गया और फिर सोमवार को उसे थाने ले जाया गया लेकिन उसकी गिरफ्तारी की खबर बुधवार को ही आई । उसके शरीर पर जोर-जबरदस्ती के निशान हैं।

वकील ने कहा, “चोकसी ने अपना भयावह अनुभव सुनाया है जो एक आंखें खोलने वाला है। ये मेरे रुख की पुष्टि करता है कि वह स्वेच्छा से एंटीगा से नहीं गया होगा। चोकसी ने कहा है कि उसे एंटीगा में जॉली हार्बर से एक जहाज में चढ़ने के लिए मजबूर किया गया, उसे डोमिनिका ले जाया गया।”

अग्रवाल ने यह भी कहा कि चोकसी को वहीं रखा गया और फिर सोमवार को उसे थाने ले जाया गया। तब से वह वहीं है और दुनिया के लिए यह खबर बुधवार को सामने आ गई।

उन्होंने कहा, “कुछ गड़बड़ है और मुझे लगता है कि उसे दूसरी जगह ले जाने की रणनीति थी जिससे उसे भारत वापस भेजने की संभावना हो। इसलिए मुझे नहीं पता कि कौन सी ताकतें काम कर रही हैं। ये तो समय बताएगा।”

बुधवार को, एंटीगा और बारबुडा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने कहा है कि भगोड़े हीरा व्यापारी को ‘भारत लौटने की जरूरत है’ जहां वह अपने खिलाफ लगाए गए आपराधिक आरोपों का सामना कर सके।

एक मीडिया आउटलेट, एंटिगा न्यूज रूम ने ब्राउन के हवाले से एंटीगा और बारबुडा में पत्रकारों से कहा, “हमने उन्हें एंटीगा वापस नहीं भेजने के लिए कहा। उन्हें भारत लौटने की जरूरत है जहां वह अपने खिलाफ लगाए गए आपराधिक आरोपों का सामना कर सकें।”

एंटीगा ऑब्जर्वर ने यह भी कहा कि ब्राउन ने कथित तौर पर भारत में मीडिया को बताया है कि उन्होंने डोमिनिकन सरकार से चोकसी को उनके देश में अवैध रूप से प्रवेश करने के लिए हिरासत में लेने के लिए कहा है।

एंटिगा ऑब्जर्वर ने बताया कि “ब्राउन ने कहा है कि डोमिनिका के अधिकारियों ने चोकसी को नॉन ग्रेटा बना दिया है और उसे सीधे भारत भेज दिया है।”

13,500 करोड़ रुपये से ज्यादा के पीएनबी धोखाधड़ी मामले में आरोपी चोकसी अपने भतीजे नीरव मोदी के साथ 4 जनवरी, 2018 से एंटीगा और बरबुडा में रह रहा है।

मामले में अलग-अलग चार्जशीट दाखिल करने वाली सीबीआई और ईडी चोकसी के प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही है।

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