नई दिल्ली,10 फरवरी (युआईटीवी)- दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी मेटा (पूर्व में फेसबुक) ने अपने कर्मचारियों में बड़ी संख्या में छंटनी करने का निर्णय लिया है। कंपनी करीब 3,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल सकती है,जो कि इसके कुल कर्मचारियों की संख्या का लगभग 5 प्रतिशत है। यह जानकारी रविवार को लीक हुए एक आंतरिक मेमो से सामने आई। कंपनी के आंतरिक वर्कप्लेस फोरम पर इस मेमो को मेटा के एचआर वाइस प्रेसिडेंट जैनेल गेल ने पोस्ट किया था।
मेमो में यह बताया गया है कि प्रभावित कर्मचारियों को सोमवार को ईमेल के माध्यम से उनके नौकरी से संबंधित स्थिति के बारे में जानकारी दी जाएगी। हालाँकि,रविवार से ही कुछ अंतर्राष्ट्रीय कर्मचारियों की छंटनी की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। भारतीय समयानुसार सोमवार को शाम 6:30 बजे अमेरिकी कर्मचारियों को ईमेल भेजा जाएगा,जिसमें नौकरी से संबंधित स्थिति की जानकारी दी जाएगी। ईमेल प्राप्त करने के एक घंटे के भीतर कर्मचारियों को कंपनी के सिस्टम तक पहुँच भी बंद कर दी जाएगी। इस ईमेल में नौकरी से अलग होने के पैकेज के बारे में भी जानकारी दी जाएगी,ताकि प्रभावित कर्मचारियों को आगे की योजना बनाने में मदद मिल सके।
इस स्थिति को मेटा के एचआर प्रमुख जैनेल गेल ने बहुत कठिन माना है,खासकर उन टीमों के लिए जिनके पास अब उनके मैनेजर या सहकर्मी नहीं होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मेटा के कार्यालय खुलेंगे,लेकिन जो कर्मचारी सोमवार को रिमोट वर्क करना पसंद करेंगे,वे ऐसा कर सकते हैं। मेटा का हाइब्रिड वर्क मॉडल है,जिसमें कर्मचारियों को सप्ताह में तीन दिन ऑफिस आना होता है और बाकी दिनों में वे रिमोट वर्क कर सकते हैं।
कंपनी ने फिलहाल उन कर्मचारियों के नाम का खुलासा नहीं किया है,जिन्हें छंटनी के तहत बाहर किया जाएगा। हालाँकि,मेमो में यह कहा गया कि भविष्य में इनमें से कुछ भूमिकाएँ फिर से भरी जा सकती हैं,लेकिन इसके लिए कोई समयसीमा निर्धारित नहीं की गई है। इसके अलावा,जिन कर्मचारियों के मैनेजर को हटाया जाएगा,उन्हें नए रिपोर्टिंग प्रमुखों के तहत काम करने के लिए नियुक्त किया जाएगा।
मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने पहले संकेत दिया था कि कंपनी नौकरी में कटौती करने पर विचार कर रही है और उन्होंने यह भी बताया था कि कंपनी अपने प्रदर्शन मानकों को बढ़ा रही है। आमतौर पर मेटा एक साल में कम प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को निकालता है,लेकिन इस बार कंपनी द्वारा की जा रही छंटनी बड़ी संख्या में है और यह हाल ही में किए गए प्रदर्शन समीक्षाओं के आधार पर हो रही है। मेटा का यह कदम अन्य बड़ी टेक कंपनियों की तर्ज पर है,जो अब अपनी कार्यकुशलता बढ़ाने और लागत को कम करने के लिए कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं। इससे पहले अमेजन ने भी दर्जनों कर्मचारियों की छंटनी की थी,जबकि सेल्सफोर्स ने करीब 1,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था।
टेक्नोलॉजी सेक्टर में छंटनी की यह लहर लागत कटौती और संगठनात्मक सुधार की दिशा में एक कदम के रूप में देखी जा रही है। इन कंपनियों का उद्देश्य अपनी कार्यकुशलता को अधिकतम करना और अनावश्यक खर्चों को कम करना है। इसके अलावा,वैश्विक स्तर पर आर्थिक अनिश्चितता और मंदी के कारण कई कंपनियां अपने खर्चों को नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठा रही हैं।
मेटा की छंटनी से संबंधित इस निर्णय ने कर्मचारियों के बीच चिंता और तनाव को बढ़ा दिया है। हालाँकि,कंपनी का कहना है कि यह कदम लंबे समय में संगठन के हित में होगा और इसे कर्मचारियों के प्रदर्शन में सुधार के लिए एक जरूरी उपाय माना जा रहा है।
मेटा का यह कदम न केवल कंपनी के लिए,बल्कि पूरे टेक्नोलॉजी उद्योग के लिए एक बड़ा संकेत है कि कंपनियाँ अब अपने संसाधनों का अधिकतम उपयोग करने के लिए कड़े फैसले ले रही हैं। आने वाले दिनों में और भी कंपनियाँ अपनी कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए इसी तरह के कदम उठा सकती हैं।