मॉस्को, 25 जून (युआईटीवी/आईएएनएस)- रूस के ‘संवेदनशील इंफ्रॉस्ट्रक्चर’ पर 2020 में 120,000 से ज्यादा साइबर हमले किए गए थे। देश के सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पेत्रुशेव ने कहा, ‘उनमें से महत्वपूर्ण संख्या अमेरिका, जर्मनी और नीदरलैंड जैसे देशों से शुरू हुई थी।’
टीएएसएस न्यूज एजेंसी ने गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा पर मास्को सम्मेलन को संबोधित करते हुए पेत्रुशेव के हवाले से कहा कि रूस अक्सर साइबर क्षेत्र में दुश्मनी भरे कार्यों का निशाना बनता है।
उन्होंने कहा कि साइबर हमलों ने ‘राज्य सरकार की वस्तुओं, सैन्य-औद्योगिक उद्यमों, स्वास्थ्य देखभाल, परिवहन, अनुसंधान और शिक्षा सुविधाओं’ को लक्षित किया।
उन्होंने कहा कि रूस पर अक्सर “पश्चिमी राज्यों के खिलाफ साइबर हमले करने का आरोप लगाया जाता है .. और यह इस तथ्य के बावजूद कि नाटो के माध्यम से, पश्चिम ने आधिकारिक तौर पर साइबर स्पेस को सैन्य कार्रवाई के लिए एक स्थान घोषित कर दिया है।”
पत्रुशेव ने कहा, “हमें वैश्विक अंतर्राष्ट्रीय सूचना सुरक्षा प्रणाली बनाने के उद्देश्य से राज्यों के बीच गैर-राजनीतिक सहयोग सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण लगता है।”
उन्होंने कहा कि ये प्रयास खुले और समावेशी होने चाहिए।
सुरक्षा परिषद के सचिव ने यह भी दावा किया कि “रूस संयुक्त राष्ट्र के भीतर अन्य देशों और इस क्षेत्र में अन्य संगठनों के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करता है।”
“सहयोग के ऐसे स्वरूपों की आवश्यकता ज्यादा स्पष्ट होती जा रही है क्योंकि सूचना प्रौद्योगिकियां रणनीतिक स्थिरता के एक महत्वपूर्ण कारक में बदल रही हैं।”