हैदराबाद, 13 मई (युआईटीवी/आईएएनएस)- एमएसएन लैब्स ने गुरुवार को घोषणा की कि उसने भारत में कोविड के लिए बारीसिटीनिब दवा के निर्माण और विपणन के लिए अमेरिका की कंपनी एली लिली के साथ रॉयल्टी मुक्त, गैर-विशिष्ट, स्वैच्छिक लाइसेंस समझौता किया है। बारीसिटीनिब दवा को केंद्रीय ड्रग्स मानक नियंत्रण संगठन द्वारा भारत में प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी गई है। इसका आपातकालीन उपयोग रेमडेसिविर के साथ संदिग्ध मरीजों या अस्पताल में भर्ती उन वयस्क कोविड-19 मरीजों के लिए किया जाएगा, जिन्हें पूरक ऑक्सीजन, यांत्रिक वेंटिलेशन या एक्स्ट्राकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन (ईसीएमओ) की जरूरत पड़ती है।
एमएसएन ग्रुप के सीएमडी डॉ. एमएसएन रेड्डी ने कहा, “एली लिली एंड कंपनी के साथ यह करार कोविड -19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में एक मील का पत्थर है।”
एमएसएन ‘बारीडोज’ ब्रांड नाम से 2 एमजी और 4 एमजी ताकत वाले इस उत्पाद का निर्माण शुरू करेगा। एमएसएन ने अपने यहां के आरएंडडी और विनिर्माण इकाइयों में सक्रिय फार्मास्युटिकल अवयव और बारीसिटीनिब के निर्माण की तकनीक विकसित की है।
एमएसएन कोविड उपचार रेंज के हिस्से के रूप में, पहले ही 200, 400 और 800 एमजी ताकत में फैविलो (फैविपाइरैविर) और 75 एमजी ताकत वाला ओसेलो (ओसेल्टैमिविर) कैप्सूल लॉन्च कर चुकी है।