बेंगलुरु, 1 दिसम्बर (युआईटीवी/आईएएनएस)- स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि शहर में नसिर्ंग पाठ्यक्रम से गुजर रहे केरल के 72 छात्रों के कोविड -19 के लिए सकारात्मक परीक्षण के बाद मैसूर जिले में हाई अलर्ट जारी किया गया है। उपायुक्त बगदी गौतम ने मामलों का जल्द पता लगाने और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए मैसूर में 5,000 कोविड परीक्षण करने का आदेश दिया है।
कावेरी नसिर्ंग छात्रावास के लगभग 43 छात्रों और सेंट जोसेफ कॉलेज के 29 छात्रों ने कोरोना का सकारात्मक परीक्षण किया है, जिससे लोगों और स्वास्थ्य अधिकारियों में दहशत फैल गई।
अधिकारियों के अनुसार, जिला प्रशासन ने केरल से मैसूर के प्रवेश बिंदुओं पर सख्त कदम उठाए हैं। यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण नकारात्मक परिणाम अनिवार्य कर दिया गया है।
मैसूर को कोविड की दोनों लहरों के दौरान भारी नुकसान हुआ था और लंबे समय तक राज्य में दूसरे स्थान पर सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए थे।
जल्द ही संक्रमण पर काबू पाने का विश्वास व्यक्त करते हुए जिला प्रभारी मंत्री एस.टी. सोमशेखर ने कहा कि मैसूर के साथ-साथ चामराजनगर जिलों में भी सभी आवश्यक सावधानियां बरती जा रही हैं।
इस बीच, दो दक्षिण अफ्रीकी नागरिकों के नमूनों में डेल्टा वायरस के लिए नकारात्मक परीक्षण के बाद बल्लारी से राहत मिली है। नमूने एकत्र किए गए और नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के डर से परीक्षण के लिए भेजे गए। स्वास्थ्य अधिकारी डॉ भास्कर ने पुष्टि करके कहा कि परीक्षण नकारात्मक है और उनके संपर्क में आने वाले परिवार के सदस्यों को लक्षणों के लिए आइसोलेशन में रखा गया है।