बेरूत,30 अक्टूबर (युआईटीवी)- ईरान समर्थित हिजबुल्लाह ने हाल ही में नए प्रमुख की घोषणा की है, जिसमें नईम कासिम को संगठन का महासचिव नियुक्त किया गया है। कासिम, जो पहले से ही 1991 से हिजबुल्लाह के उप महासचिव के रूप में काम कर रहे थे, अब हसन नसरल्लाह की जगह लेंगे, जिनकी पिछले महीने इजरायली बमबारी में मौत हो गई थी।
हिजबुल्लाह को कई देशों द्वारा आतंकी संगठन के रूप में वर्गीकृत किया जा चुका है। नईम कासिम को महासचिव बनाए जाने की घोषणा हिजबुल्लाह के केंद्रीय निर्णय लेने वाले निकाय शूरा परिषद की बैठक के बाद की गई। परिषद ने कहा है कि हिजबुल्लाह अपने सिद्धांतों और लक्ष्यों पर कायम रहेगा और ‘अंतिम विजय’ तक अपने प्रतिरोध की लौ को जीवित रखेगा।
71 वर्षीय कासिम, जो 1953 में दक्षिणी लेबनान में जन्मे, हिजबुल्लाह के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। उनके उप महासचिव बनने के बाद से,उन्होंने संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। नसरल्लाह की हत्या के बाद,कासिम ने अपने अनुयायियों को आश्वस्त किया कि हिजबुल्लाह जवाबी कार्रवाई करेगा,भले ही संगठन नेतृत्व संकट का सामना कर रहा हो।
हाल ही में कासिम ने हाल कहा कि,मुझे पूरा यकीन है कि दुश्मन द्वारा किए जा रहे ये हमले हमारे प्रतिरोध को कमजोर नहीं करेंगे और हम निश्चित रूप से जीत हासिल करेंगे। यह बयान इजरायली वायु सेना के हमले में नसरल्लाह की हत्या के बाद हिजबुल्लाह के किसी वरिष्ठ अधिकारी का पहला सार्वजनिक बयान था।
हिजबुल्लाह को अमेरिकी विदेश विभाग ने अक्टूबर 1997 में एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था। इसके अलावा यूरोपीय संघ,अरब लीग तथा खाड़ी सहयोग परिषद समेत 60 से अधिक अन्य देशों और संगठनों ने भी हिजबुल्लाह को आंशिक या पूरी तरह से आतंकवादी समूह माना है।
नईम कासिम के महासचिव बनने के साथ ही हिजबुल्लाह के भविष्य की दिशा पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। कासिम के नेतृत्व में संगठन कैसे आगे बढ़ेगा,यह देखना महत्वपूर्ण होगा, विशेष रूप से इस समय जब क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा है और इजरायल के साथ संघर्ष जारी है। हिजबुल्लाह के अनुयायियों के लिए,कासिम की नियुक्ति एक नई उम्मीद का प्रतीक हो सकती है,जबकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस बदलाव पर करीबी से नजर रखेगा।