लखनऊ, 1 अप्रैल (युआईटीवी/आईएएनएस)- लगभग दो साल के अंतराल के बाद शनिवार से शुरू होने वाले नौ दिवसीय चैत्र नवरात्रि उत्सव में बड़े पैमाने पर जश्न मनाया जाएगा। कोरोना महामारी प्रतिबंधों में काफी ढील दिए जाने के बाद मंदिर बिना किसी रोक-टोक के देर रात तक खुले रहेंगे, हालांकि भक्तों से मास्क पहनने का अनुरोध किया जाएगा।
नवरात्रि को पारंपरिक ‘भजन’, ‘हवन’, ‘आरती’ और ‘भंडारा’ (सामुदायिक दावत) के साथ चिह्न्ति किया जाएगा।
हालांकि, मंदिर में उन भक्तों के लिए ‘आरती’ लाइव दिखाई जाएगी, जो मंदिरों में नहीं जा सकते।
अयोध्या में नवरात्रि के लिए मंदिरों को सजाया और रोशन किया जा रहा है और कई मंदिरों में विशेष पूजा का आयोजन किया जा रहा है।
हनुमान गढ़ी मंदिर के नियमित आगंतुक राज केश्वर ने कहा, “हमें मानव जाति के स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करने और महामारी संकट को सहन करने की शक्ति देने के लिए भगवान को धन्यवाद देने की जरूरत है।”
अमीनाबाद में एक राम मंदिर के पुजारी पंडित संदीप मिश्रा ने कहा, “दो साल के अंतराल के बाद, इस बार नवरात्रि पूरे उत्साह और भव्यता के साथ मनाई जाएगी। भक्त बिना किसी प्रतिबंध के मंदिरों में पूजा कर सकते हैं जो एक शुभ शगुन है।”
भक्तों की भीड़ के लिए चंद्रिका देवी मंदिर के कपाट भी सुबह सात बजे खुलेंगे।
मां चंद्रिका देवी मेला विकास समिति के अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा, “हम व्यवस्था कर रहे हैं और उम्मीद है कि नवरात्रि में एक बार फिर बड़ी संख्या में लोग आएंगे। हालांकि, हम लोगों को मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने की याद दिलाने के लिए हर घंटे घोषणाएं करेंगे।”
इसी तरह, चौक में बड़ी काली जी मंदिर में पूजा-अर्चना करने और मुख्य आरती और भजन-कीर्तन में शामिल होने वाले भक्तों की भारी भीड़ की उम्मीद है।
हनुमान सेतु मंदिर प्रबंधन समिति ने घोषणा की है कि मंदिर सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहेगा। लेकिन मंगलवार को यह रात 11 बजे तक खुला रहेगा।
परिसर में राम दरबार सुबह साढ़े पांच बजे से रात नौ बजे तक खुला रहेगा। भक्तों से फेस मास्क पहनने का अनुरोध किया जाएगा।