नई दिल्ली, 18 मार्च (युआईटीवी/आईएएनएस)- दिल्ली में नगर निगम चुनाव पर राजधानी में सियासत पूरे जोर पर है। पंजाब विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद आम आदमी पार्टी का पूरा फोकस दिल्ली एमसीडी चुनाव पर है। दिल्ली की सड़कों पर आम आदमी पार्टी ने अपनी नीतियों को लेकर लोगों को जागरूक करने का जिम्मा उठाया है। सड़कें कई तरह के पोस्टरों से पटी पड़ी हैं, कोशिश यही कि इस बार एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी जनता का दिल जीत सके।
हालांकि आप के तरफ जीत की उम्मीद लगाए बैठी है तो वहीं चुनावी तारीखों को टाले जाने के बाद पार्टी को झटका लगा। पार्टी के छोटे कार्यकर्ता से लेकर बड़े नेता तक भाजपा को इसका जिम्मेदार मान रहे हैं।
नगर निगम चुनाव की तारीखों को लेकर आम आदमी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में अपील भी कर दी है। आप ने कोर्ट से कहा कि चुनाव को टाला न जाए। उन्होंने कहा कि तय समय पर ही चुनाव कराया जाए। आप नेता दुर्गेश पाठक ने आईएएनएस से कहा, जिस तरह से चुनाव को होल्ड किया गया है, यह भी खबरें आ रही हैं कि चुनाव आयोग पर दबाब है और उसके कारण यह हो रहा है। इन सब के बीच सुप्रीम कोर्ट ही एक रास्ता था जहां न्याय मिल सकता है। चुनाव 10 दिन में हो जाएंगे और उसके बाद तीनों निगमो को एक कर लीजिए।
निगमों को एक करने से चुनाव का कोई लेना देना नहीं। इसका सिर्फ एक ही मतलब की इनके मन में चोर है। यह बस चुनाव को टालना है। बीते 15 सालों में इन्होंने निगम को जो हाल किया है वह जनता जानती है।
दरअसल बीते दिनों प्रदेश चुनाव आयोग ने नगर निगम चुनाव की तारीखों का ऐलान टाल दिया था, इसके पीछे की वजह बताया गया था कि केंद्र सरकार ने कुछ ऐसे मुद्दे उठाए हैं, जिनकी कानूनी रूप से जांच किया जाना बाकी है।