नई दिल्ली,25 जनवरी (युआईटीवी)- हाल के शोध से संकेत मिलता है कि गैर-औद्योगिक खाने के पैटर्न से मिलता-जुलता आहार अपनाने से महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं,जिसमें वजन कम करना और पुरानी बीमारियों का खतरा कम होना शामिल है।
मुख्य निष्कर्ष:
*वजन में कमी: प्रतिभागियों को केवल तीन सप्ताह के भीतर उल्लेखनीय वजन में कमी का अनुभव हुआ।
*बेहतर स्वास्थ्य मार्कर: आहार से खराब कोलेस्ट्रॉल में 17% की कमी,रक्त शर्करा के स्तर में 6% की कमी और सूजन के मार्करों में 14% की कमी आई।
*बेहतर आंत स्वास्थ्य: आंत बैक्टीरिया में लाभकारी परिवर्तन देखे गए,जो समग्र स्वास्थ्य सुधार से जुड़े हैं।
ये सुधार प्रतिभागियों के आंत माइक्रोबायोम में लाभकारी परिवर्तनों से जुड़े थे। इसके अलावा,आहार ने औद्योगीकरण से क्षतिग्रस्त माइक्रोबायोम विशेषताओं में भी सुधार किया,जैसे कि प्रो-इंफ्लेमेटरी बैक्टीरिया और बैक्टीरिया जीन को कम करना,जो आंत में बलगम की परत को ख़राब करते हैं।
प्रतिभागियों ने अपने कैलोरी सेवन को कम किए बिना इन स्वास्थ्य लाभों को प्राप्त किया,यह सुझाव देते हुए कि उपभोग किए गए भोजन की गुणवत्ता स्वास्थ्य परिणामों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
यह अध्ययन बीमारी की रोकथाम और वजन प्रबंधन में आहार पैटर्न के महत्व को रेखांकित करता है,पारंपरिक,गैर-औद्योगिक खान-पान की आदतों के संभावित लाभों पर प्रकाश डालता है।