लंदन,6 जुलाई (युआईटीवी)- ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने अपने कैबिनेट का गठन कर लिया है। नियुक्त किए गए इस नए कैबिनेट में 45 वर्षीय रेचल रीव्ज को देश की पहली महिला चांसलर ऑफ द एक्सचेकर बनाया गया है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बैंकिंग सेक्टर से किया था। इसके अलावा एंजेला रेनर को उप-प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। साथ ही एंजेला रेनर को समानता,आवास और समुदायों के मंत्री का कार्यभार भी दिया गया है।
कीर स्टारमर के मंत्रिमंडल में 25 सदस्यों की टीम में रिकॉर्ड 11 महिलाओं को शामिल किया गया है।
इस नए कैबिनेट में गृह मंत्री की जिम्मेदारी यवेट कूपर को दी गई,जॉन हीली को रक्षा मंत्री तथा डेविड लैमी को विदेश मंत्री नियुक्त किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी वेस स्ट्रीटिंग को दी गई,न्याय मंत्री का पद शबाना महमूद को दिया गया,शिक्षा मंत्री का पद ब्रिजेट फिलिप्सन को तथा ऊर्जा मंत्री का पद एड मिलिबैंड को दिया गया है।
शुक्रवार, 5 जुलाई को ब्रिटेन में सत्ता बदल गई। लेबर पार्टी से 14 साल बाद सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी चुनाव हार गई। भारतवंशी ऋषि सुनक ने इसके कुछ घंटे बाद ही प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और लेबर पार्टी के 61 साल के कीर स्टार्मर देश के 58वें प्रधानमंत्री बन गए हैं।
ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने डाउनिंग स्ट्रीट में शुक्रवार को अपना पहला भाषण दिया। स्टारमर ने ब्रिटिश सीमाओं को सुरक्षित करने,देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को वापस पटरी पर लाने,स्कूलों और किफायती घरों की जरूरतों को पूरा करने का संकल्प लिया।
उन्होंने कहा कि हमारे देश ने निर्णायक रूप से मतदान देकर यह बदलाव लाया है। हमारे देश ने यह बदलाव राजनीति को सार्वजनिक सेवा में वापस लाने के लिए किया है,ताकि राजनीति से भलाई का काम किया जा सके।
हालाँकि,उन्होंने कहा कि देश को बदलना स्विच दबाने जितना आसान नहीं है। उन्होंने कहा कि दुनिया अधिक अस्थिर हो गई है। आगे उन्होंने कहा कि अब तुरंत ही बदलाव के काम की शुरुआत होगी,लेकिन इसमें समय लगेगा।
देश के कामकाजी वर्ग के परिवार जिन पहलुओं के इर्द-गिर्द अपना जीवन बना सकते हैं,उन्हीं पहलुओं पर ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री कीर स्टारमर अधिक ध्यान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यदि आपसे अभी मैं पूछूँ कि क्या आपको ऐसा लगता है कि आपके बच्चों के लिए ब्रिटेन बेहतर होगा,तो मुझे मालूम है कि आप में से अधिकतर लोग अपने जवाब में नहीं कहेंगे। इसलिए जब तक आप फिर से यह विश्वास नहीं कर लेते कि आपके बच्चों के लिए यह देश बेहतर होगा,तब तक मेरी सरकार लड़ते रहेगी।