नौकरी के अवसर

भारत में महिलाओं के लिए नौकरी के अवसर 48 प्रतिशत बढ़े,फ्रेशर्स की माँग सबसे अधिक: रिपोर्ट

बेंगलुरु,4 मार्च (युआईटीवी)- फाउंडिट (पूर्व में मॉन्स्टर एपीएसी और एमई) की एक रिपोर्ट के अनुसार,भारत के नौकरी बाजार में महिलाओं के लिए अवसरों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है,जो पिछले वर्ष की तुलना में 2025 में 48% की वृद्धि है। यह वृद्धि मुख्य रूप से सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी),बैंकिंग,वित्तीय सेवाएँ और बीमा (बीएफएसआई), विनिर्माण और स्वास्थ्य सेवा जैसे प्रमुख क्षेत्रों द्वारा संचालित है,साथ ही उभरती हुई प्रौद्योगिकी भूमिकाओं में विशेषज्ञ प्रतिभाओं की बढ़ती माँग भी है।

महिलाओं के लिए नौकरी के अधिकांश अवसर शुरुआती करियर वर्ग में हैं,जिनमें से 53% पद 0-3 वर्ष के अनुभव वाले लोगों के लिए हैं और 32% 4-6 वर्ष के अनुभव वाले लोगों के लिए हैं।

आईटी क्षेत्र (23%) में महिलाओं की भागीदारी सबसे अधिक है,उसके बाद बीएफएसआई (11%) और शिक्षा (6%) का स्थान है। उल्लेखनीय रूप से, 26% महिलाएँ अब उभरती हुई तकनीकों में काम कर रही हैं,जिनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस,साइबर सुरक्षा,डेटा साइंस और क्लाउड कंप्यूटिंग शामिल हैं।

टियर-2 और टियर-3 शहरों में महिलाओं की महत्वपूर्ण उपस्थिति है,नासिक,सूरत, कोयंबटूर और जयपुर जैसे शहरों में 41% महिलाओं की नौकरियाँ हैं,जबकि टियर-1 शहरों में यह 59% है।

महिलाओं के लिए नौकरी के अधिकांश अवसर (81%) ₹0-10 लाख वार्षिक वेतन ब्रैकेट में आते हैं,11% ₹11-25 लाख रेंज में आते हैं और 8% ₹25 लाख से अधिक की पेशकश करते हैं।

इसके अलावा, अपना डॉट कॉम की ‘इंडिया एट वर्क 2024 रिपोर्ट’ में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि 2024 में कार्यबल में महिलाओं का योगदान उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है,जिसमें 2.8 करोड़ नौकरी के आवेदन आए हैं,जो 2023 से 20% की वृद्धि है। इस उछाल का श्रेय लचीली कार्य नीतियों,लिंग-विशिष्ट पहलों और ई-कॉमर्स और स्वास्थ्य सेवा जैसे महिला-प्रधान क्षेत्रों के तेजी से विकास को दिया जाता है।

ये रुझान भारत के उभरते हुए नौकरी बाजार में महिलाओं की अधिक भागीदारी और भागीदारी की ओर सकारात्मक बदलाव का संकेत देते हैं,खासकर उच्च-विकास और तकनीक-संचालित भूमिकाओं में।