भुवनेश्वर, 11 मार्च (युआईटीवी/आईएएनएस)- राज्य भर में कोविड -19 मामलों में गिरावट के साथ, ओडिशा सरकार ने शुक्रवार को कक्षा 10 के छात्रों की परीक्षा 29 अप्रैल से ऑफलाइन मोड में आयोजित करने की घोषणा की है। ओडिशा के मुख्य सचिव एससी महापात्र ने यहां यह घोषणा करते हुए कहा कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (बीएसई), ओडिशा द्वारा 29 अप्रैल से 6 मई तक ऑफलाइन मोड में वार्षिक हाई स्कूल सर्टिफिकेट (एचएससी) परीक्षा, मध्यमा (संस्कृत) परीक्षा और राज्य ओपन स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा आयोजित की जाएगी।
कोविड -19 महामारी के कारण, कक्षा 10 के छात्रों के लिए वार्षिक बोर्ड परीक्षा आयोजित नहीं की जा सकी और मूल्यांकन का एक वैकल्पिक तरीका अपनाकर परिणाम घोषित किया गया।
महापात्रा ने कहा, हालांकि, इस शैक्षणिक वर्ष (2021-22) में स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है और कक्षा शिक्षण फिर से शुरू कर दिया गया है। इसलिए यह निर्णय सभी हितधारकों के साथ चर्चा करने के बाद लिया गया है।
उन्होंने कहा कि सभी कक्षा 10 के छात्रों के लिए योगात्मक मूल्यांकन- 2 परीक्षा में उपस्थित होना अनिवार्य है। छात्र अपने-अपने स्कूलों में परीक्षा के लिए उपस्थित होंगे जबकि अन्य स्कूलों के शिक्षकों को निरीक्षक के रूप में तैनात किया जाएगा।
मुख्य सचिव ने कहा कि अगर किसी कारण से किसी स्कूल में परीक्षा नहीं हो पाई तो संबंधित स्कूल के छात्र पास के स्कूल में परीक्षा देंगे।
पिछले दो वर्षों से चल रही कोविड की स्थिति को ध्यान में रखते हुए बीएसई ने छात्रों को अंक देने के लिए तीन तरीके अपनाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इनमें से दो आकलन के वैकल्पिक तरीके हैं जबकि दूसरा आकलन की नई योजना है।
पहली विधि के तहत, मूल्यांकन योगात्मक मूल्यांकन- 1 आंतरिक मूल्यांकन में प्राप्त अंकों के आधार पर किया जाएगा, जबकि योगात्मक मूल्यांकन- 2 में प्राप्त किए जाने वाले अंकों पर केवल दूसरी विधि में विचार किया जाएगा।
मूल्यांकन की तीसरी विधि आंतरिक मूल्यांकन को 20 प्रतिशत, योगात्मक मूल्यांकन-1 को 30 प्रतिशत और योगात्मक मूल्यांकन- 2 को 50 प्रतिशत भार देकर किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि उपरोक्त तीन विधियों में से किसी एक छात्र द्वारा प्राप्त किए गए उच्चतम अंक को अंतिम अंक माना जाएगा।