टोक्यो, 4 अगस्त (युआईटीवी/आईएएनएस)- भारत के पहलवान रवि कुमार दहिया ने यहां चल रहे टोक्यो ओलंपिक में कुश्ती के पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल मुकाबले में कजाखस्तान के नूरइस्लाम सनायेव को हराकर फाइनल में प्रवेश करने के साथ ही भारत के लिए एक और पदक पक्का कर लिया है जबकि एक अन्य पहलवान दीपक पुनिया (86 किग्रा) को सेमीफाइनल में अमेरिका के डेविड मोरिस टेलर के हाथों पराजय झेलनी पड़ी है। रवि ने सेमीफाइनल मुकाबले में नूरइस्लाम को विक्ट्री बाई फॉल के माध्यम से 7-9 से हराया। रवि 7-9 से पिछड़ रहे थे लेकिन नूरिस्लाम चोट के कारण आगे खेल जारी नहीं रख सके और इस तरह भारतीय रेसलर रवि ने फाइनल में जगह बनाई।
रवि ने इसके साथ ही टोक्यो ओलंपिक में देश का चौथा पदक पक्का कर लिया है। फाइनल में पहुंचने पर उन्हें अब कम से कम रजत पदक मिलेगा। हालांकि, उनकी नजरें स्वर्ण पदक लाने पर होगी।
रवि ने टोक्यो में अपनी शुरूआती बेहतरीन तरीके से की। रवि ने ओपनिंग बाउट में कोलंबिया के ऑस्कर टाइगरेरोस को 13-2 से हराया था। उन्होंने यह बाउट टेकनीकल सुपेरिओरिटी के द्वारा जीती। इसके बाद उन्होंने 1/4 फाइनल मुकाबले में बुल्गारिया के गिओरजी वांगेलोव को 14-4 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
इस बीच, दीपक को सेमीफाइनल मुकाबले में डेविड ने एकतरफा अंदाज में हराया। डेविड ने मैट पर उतरते ही दीपक पर हमला बोला जिसका भारतीय पहलवान कोई तोड़ नहीं निकाल सके और उन्हें 0-10 से हार का सामना करना पड़ा।
दीपक ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए फ्रीस्टाइल 86 किग्रा के 1/4 फाइनल मैच में चीन के जुशेन लीन को 6-3 से पटखनी देकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था। दीपक सेमीफाइनल में भले ही हार गए लेकिन उनके पास कांस्य पदक जीतने का मौका रहेगा।
इससे पहले, महिला पहलवान अंशु मलिक को अपने पहले मुकाबले में दो बार की विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता बेलारूस की इरिना कुराचकीना के हाथों 2-8 से हार का सामना करना पड़ा।
हालांकि, अगर इरिना फाइनल पहुंचने में सफल रही तो अंशु के पास रीपेज रूट के जरिए दोबारा प्रवेश करने का अवसर रहेगा। अंशु ने अप्रैल में एशियन ओलंपिक क्वालीफायर्स के दौरान टोक्यो 2020 का कोटा हासिल किया था।