लंदन,18 दिसंबर (युआईटीवी/आईएएनएस)- इंगलैंड में सामने आ रहे कोरोना के नए मामलों में ओमिक्रोन सबसे प्रबल वेरिएंट हैं जो हर 20 लोगों में से एक में दोबारा संक्रमण कर रहा है। हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी (एचएसए) ने यह जानकारी दी है। एचएसए ने कहा कि एक नवंबर से 11 दिसंबर के बीच ओमिक्रोन से संक्रमित 5,153 लोगों में से 305 लोगों में इससे पहले भी कोरोना संक्रमण हुआ था और पिछली बार उनके पाजिटिव रहने और इस बार संक्रमण का अंतर 90 दिन या अधिक का रहा है। ये आंकडे दर्शाते हैं कि कुल मिलाकर पुन: संक्रमित होने की दरों में इजाफा हुआ है तथा लोगों में पहली बार भी संक्रमण के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है।
जिन लोगों को संक्रमण हुआ है उनकी आयु छह वर्ष से लेकर 68 वर्ष के बीच है और चार लोग ऐसे भी है जिनमें कोरोना तीसरी बार हुआ है।
द टेलीग्राफ ने बताया कि ओमिक्रोन अब तक के सभी कोरोना विषाणुओं में सबसे अधिक प्रबल है और इसके संक्रमण फैलाने की दर भी अधिक है तथा विभिन्न क्षेत्रों में इसके संक्रमण में भिन्नता पाई गई है।
एजेंसी ने बताया कि इस विषाणु का पता एस जीन के विश्लेषण से चलता है लेकिन 14 से 15 दिसंबर के बीच लिए गए नमूनों वाले नए कोविड मामलों में 54.2 प्रतिशत लोगों में यह विषाणु इस जीन को भी चकमा दे गया और उसकी उपस्थिति का पता ही नहीं चल सका था। ओमिक्रोन विषाणु का प्रयोगशाला में किया गया विश्लेषण दर्शाता है कि पहले के वेरिएंट खासकर डेल्टा से यह थोड़ा अलग है।
एस जीन में विलोपन का यह अंतर कुछ प्रयोगशाला पीसीआर परीक्षणों में दिखाई पड़ता है और इसे ओमिक्रोन के प्रसार का पता लगाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है लंदन में 14 से 15 दिसंबर के बीच लिए गए नमूनों में 80.8 प्रतिशत को एस जीन टारगेट फेल्योर के तौर पर मार्क किया गया था यानि इनमें ओमिक्रोन की मौजूदगी को दर्शाने वाली एस जीन ही विलोपित हो गई थी और पूर्वी इंगलैंड में यह आंकडा 62 प्रतिशत तथा दक्षिण पूर्वी इंगलैंड में 55.9 प्रतिशत नमूनों में इस जीन विलोपित पाई गई थी।
इस बीच यूनाइेटेड किंगडम में शुक्रवार को कोरोना के 93,045 मामले दर्ज किए गए और ओमिक्रोन के मामलों में 27 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हुई है। एजेंसी ने बताया कि लेटरल फ्लो टेस्ट के जरिए ओमिक्रोन का पता लगाया जा सकता है।
एजेंसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. जैनी हैरिस ने बताया कि हमारे आंकडे दर्शाते हैं कि एलडीएफ टेस्ट उन लोगों में भी ओमिक्रोन का पता लगा सकते हैं जो पहले के कोराना वेरिएंट या डेल्टा से संक्रमित हो चुके हैं। लोगों से यही गुजारिश है कि वे आगामी क्रिसमस त्योहार को देखते हुए भीड़ से बचे और किसी भी सामाजिक कार्यक्रम में जाने से पहले अपना नियमित तौर पर परीक्षण करा लें।
उन्होंने कहा कि हमेशा की तरह ही बूस्टर डोज इस संक्रमण से बचने का बेहतर सुरक्षात्मक उपाय है और लोगों को जल्द से जल्द बूस्टर डोज लेने चाहिए।
द टेलीग्राफ ने बताया कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने देशवासियों से कहा है कि देश कोरोना की एक जोरदार लहर का सामना कर रहा है और सभी नागरिकों को कोविड बूस्टर डोज लेने चाहिए। यह देशवासियों के लिए एक गंभीर खतरा है और लोगों को इसके लिए तैयार रहने की आवश्यकता है। उन्हें कोरोना संबंधी दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करना है।