ओमिक्रॉन की भारत में दस्तक, कर्नाटक में दो मामलों का पता चला

नई दिल्ली, 2 दिसम्बर (युआईटीवी/आईएएनएस)- भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने गुरुवार को यहां कहा कि कर्नाटक में दो व्यक्ति जीनोम सीक्वेंसिंग के बाद ओमिक्रॉन से संक्रमित पाये गये हैं। दोनों मामलों की ट्रैवल हिस्ट्री दक्षिण अफ्रीका की है।

भार्गव ने कहा, “कर्नाटक में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा स्थापित 37 प्रयोगशालाओं के आईएनएसएसीओजी कंसोर्टियम के जीनोम सीक्वेंसिंग के माध्यम से अब तक ओमिक्रॉन के दो मामलों का पता चला है। हमें घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन जागरूकता जरुरी है।”

उन्होंने कहा कि नए वैरिएंट से पॉजिटिव आने वाले दोनों के संपर्कों की पहचान कर ली गई है और उनकी निगरानी की जा रही है।

लव अग्रवाल ने कहा, सभी ओमिक्रॉन संबंधित मामलों में अब तक हल्के लक्षण पाए गए हैं। देश और विदेश दोनों में ऐसे सभी मामलों में कोई गंभीर लक्षण नहीं देखा गया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि वायरस को लेकर अध्ययन किया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने कहा कि दुनिया भर के लगभग 29 देशों ने अब तक ओमिक्रॉन के 373 मामले दर्ज किए हैं।

मौजूदा कोविड स्थिति पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, अग्रवाल ने कहा कि दुनिया भर में मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। अकेले यूरोप में पिछले एक सप्ताह में 70 प्रतिशत मामले सामने आए हैं।

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