नई दिल्ली, 9 मार्च (युआईटीवी/आईएएनएस)- तेल की बढ़ती कीमतों पर विपक्ष द्वारा दिए गए कार्य स्थगन नोटिस को राज्यसभा के सभापति ने नियम 267 के तहत लगातार दूसरे दिन भी खारिज कर दिया है। यह नोटिस विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, बहुजन समाज पार्टी के सतीश चंद्र मिश्रा, डीएमके के तिरुचि शिवा और शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी द्वारा दिया गया था। इस बीच विपक्षी की नारेबाजी के बीच भी सदन शून्यकाल तक जारी रहा। इस पर उप सभापति हरिवंश ने कहा, “अध्यक्ष द्वारा खारिज किए गए नोटिस को फिर से अनुमति नहीं दी जा सकती है।”
इस पर डीएमके के सदस्य टी.शिवा ने कहा, “उस शून्य काल को केवल तभी जारी रखा जा सकता है जब सदन क्रम से चल रहा हो।” तब भाजपा के सदस्य भूपिंदर यादव ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि नियम 258 के तहत सभापति द्वारा किया गया फैसला सभी के लिए मान्य होता है।
इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने ईंधन की कीमतें बढ़ने को लेकर नारेबाजी की और सदन को 12 बजे तक के लिए तक स्थगित कर दिया गया।
बता दें कि ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) ने 4 महानगरों में लगातार दसवें दिन ईंधन की कीमतों को अपरिवर्तित रखा। राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल 91.17 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है। वहीं मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में पेट्रोल की कीमतें क्रमश: 97.57 रुपये, 93.11 रुपये और 91.35 रुपये प्रति लीटर हैं।