नई दिल्ली, 9 दिसंबर (युआईटीवी/आईएएनएस)- सरकार की क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस) के तहत दो वाटर एयरोड्रोम और नौ हेलीपोर्ट सहित कुल 453 मार्गो पर 70 हवाईअड्डों का संचालन शुरू हो गया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अक्टूबर 2016 में आरसीएस-उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) लॉन्च किया था ताकि क्षेत्रीय हवाई संपर्क को बढ़ावा दिया जा सके और आम जनता के लिए हवाई यात्रा सस्ती की जा सके।
अब तक 2.15 लाख से अधिक उड़ान उड़ानें संचालित हो चुकी हैं और 1.1 करोड़ से अधिक यात्रियों ने उड़ान उड़ानों का लाभ उठाया है। यह योजना टीयर-2 और टीयर-3 शहरों को सस्ती दरों पर हवाई संपर्क प्रदान करने में सक्षम रही है और इसने लोगों के यात्रा करने के तरीके को बदल दिया है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि उड़ान योजना अधिसूचना की तारीख से 10 साल की अवधि के लिए लागू है।
मंत्रालय ने कहा, “सरकार ने योजना की अवधि के दौरान 1,000 उड़ान मार्गो को चालू करने और 2024 तक 100 अप्रयुक्त और कम सेवा वाले हवाईअड्डों/हेलीपोर्ट्स/जल हवाईअड्डों को पुनर्जीवित/विकसित करने का लक्ष्य रखा है।”
मंत्रालय ने बताया कि सरकार ने राज्य सरकारों, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और सिविल एन्क्लेव के मौजूदा असेवित और अनुपयोगी हवाईअड्डों/हवाई पट्टियों के पुनरुद्धार के लिए 4,500 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी है।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई), कार्यान्वयन एजेंसी, उड़ान के तहत प्रदान किए गए एयरोड्रोम के पुनरुद्धार/विकास की प्रगति की निगरानी करती है और समय-समय पर हितधारकों के परामर्श से मंत्रालय द्वारा इसकी समीक्षा की जाती है।