लखनऊ, 5 जुलाई (युआईटीवी/आईएएनएस)- समाजवादी पार्टी (सपा) पंचायत चुनाव में मिली हार के बाद उसकी समीक्षा में जुट गयी है। हार के कारणों का पता लगाने के लिए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने वरिष्ठ नेताओं के साथ मंथन किया है। साथ ही सभी वर्तमानम जिलाध्यक्ष, महानगर अध्यक्ष व महासचिवों से सात जुलाई तक रिपोर्ट मांगी है।
इस संदर्भ में समाजवादी पार्टी ने एक पत्र जारी किया है। जिसमें जिला अध्यक्ष, महानगर अध्यक्ष और जिला महासचिवों से कहा गया है कि जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में किस वजह से उम्मीदवार की हार हुई, इस पर सात जुलाई तक रिपोर्ट अनिवार्य रूप से प्रदेश कार्यालय में जमा करवाएं।
सत्ता का सेमीफाइनल माने जा रहे इस चुनाव में सपा को निराशाजनक सीटें मिली है। इसपर शीर्ष नेतृत्व नाराज है। रिपोर्ट मिलने के बाद दगाबाजी करने वालों पर कार्रवाई होनी की संभावना है। दूसरी तरफ संगठन को नए सिरे से सक्रिय करने की भी रणनीति बनाई गयी है। सूत्र बताते हैं कि पार्टी ने आधे ज्यादा सीटों पर अपनी जीत तय मान रखी थी। लेकिन जिला स्तर से प्रबंधन फेल होने के कारण उन्हें महज पांच सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है।
सपा के सूत्र बताते हैं कि 2022 के चुनाव से पहले संगठन की ओरवरहालिंग किए जाने की संभावना बन रही है। सक्रिय और टिकाऊ लोगों को जिम्मेदारी देने की योजना पर भी काम हो रहा है।