नई दिल्ली,1 मार्च (युआईटीवी)- मैनचेस्टर यूनाइटेड के पूर्व मिडफील्डर पॉल पोग्बा डोपिंग टेस्ट में फेल हो गए हैं,जिसके कारण फुटबॉल से उन्हें चार साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस खबर को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के पूर्व महासचिव शाजी प्रभाकरन ने साझा किया है।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के पूर्व महासचिव शाजी प्रभाकरन ने लिखा कि,पॉल पोग्बा डोपिंग टेस्ट में फेल हो गए हैं,जिसके बाद उन्हें फुटबॉल से चार साल के लिए बर्खास्त कर दिया गया है। सितंबर में नाडो (इतालवी डोपिंग रोधी संगठन) ने विश्व कप विजेता और मैनचेस्टर यूनाइटेड के पूर्व मिडफील्डर पॉल पोग्बा को शुरू में असफल परीक्षण के बाद अस्थायी निलंबन सौंपा था।
2018 में फीफा विश्व कप पॉल पोग्बा ने फ्रांस के लिए जीता था,उनको चार साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस प्रतिबंध का मतलब है कि जब पोग्बा संभावित रूप से 33 वर्ष के हो जाएँगे,तब वे वापसी करेंगे। पॉल पोग्बा का 2026 तक जुवेंटस के साथ अनुबंध है। ऐसा माना जा रहा है कि पॉल पोग्बा अब इस टीम के लिए शायद फिर से कभी नहीं खेल सकेंगे।
द मिरर की एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया है कि इटालियन क्लब के साथ पॉल पोग्बा का दूसरा कार्यकाल बहुत बुरा रहा है।