नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (युआईटीवी/आईएएनएस)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पवन ऊर्जा के क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर वेस्टास के सीईओ और प्रेसिडेंट हेनरिक एंडरसन के साथ चर्चा की। इस दौरान मोदी ने अक्षय ऊर्जा के उपयोग में भारत के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। पीएम मोदी ने मंगलवार को ट्वीट किया, “वेस्टास के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हेनरिक एंडरसन के साथ बातचीत हुई। हमने पवन ऊर्जा क्षेत्र से संबंधित मुद्दों की एक श्रृंखला पर चर्चा की। आने वाले पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ भविष्य का निर्माण के लिए अक्षय ऊर्जा के उपयोग पर भारत के कुछ प्रयासों पर प्रकाश डाला।”
वहीं एंडरसन ने एक ट्वीट में कहा, “अभिनव विचारों पर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शानदार बातचीत हुई, जो ऊर्जा के स्थानांतरण को आगे बढ़ाने वाली है। हम भारत के साथ निरंतर सहयोग के लिए बहुत उत्सुक हैं।”
इस संवाद को लेकर कंपनी ने ट्वीट किया, “हम प्रधानमंत्री जी के साथ विचारों और महत्वाकांक्षाओं का आदान-प्रदान करने के मौके लिए आभारी हैं। आपके साथ सहयोग की दिशा में हम वी155 टरबाइन की लॉन्चिंग कर पहला कदम बढ़ा रहे हैं।”
वेस्टास ने भारतीय बाजार के लिए लो-विंड-वेरिएंट पेश किया है और देश में इसके उत्पादन को विस्तार भी दिया है।
वैश्विक स्तर पर लो और अल्ट्रा-लो विंड इलाकों में स्थायी ऊर्जा समाधानों की मांग बढ़ती जा रही है। ऐसा भारत में भी है, क्योंकि यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा पवन ऊर्जा बाजार है। वहीं 2030 तक सरकार लो-विंड मार्केट में लगभग 100 गीगावॉट पवन ऊर्जा को जोड़ने की मंशा रखती है।
कंपनी द्वारा लॉन्च किया गया नया वी 155 टरबाइन मुख्य रूप से भारत में निर्मित होगा। इसके लिए वेस्टास चेन्नई में एक नई कन्वर्टर फैक्ट्री की स्थापना करेगा और अहमदाबाद के अपने मौजूदा ब्लेड कारखाने का विस्तार करेगा।