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पीएम मोदी ग्रेटर नोएडा में तीन दिवसीय सेमीकॉन इंडिया-2024 का करेंगे शुभारंभ

ग्रेटर नोएडा,11 सितंबर (युआईटीवी)- ग्रेटर नोएडा के एक्सपो सेंटर में आज से तीन दिवसीय सेमीकॉन इंडिया-2024 का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका शुभारंभ करेंगे। सेमीकॉन इंडिया का आयोजन भारत को सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में पूर्ण रूप से आत्मनिर्भर बनाने और यहाँ आकर अन्य देशों को अपनी फैक्ट्री खोलने और निवेश के लिए प्रेरित करने के लिए किया जा रहा है।

कई देशों के 255 प्रतिनिधि सेमीकॉन इंडिया-2024 में हिस्सा ले रहे हैं। जहाँ इसका आयोजन भारत के द्वारा किया जा रहा है,वहीं इसमें अमेरिका,जापान,साउथ कोरिया इत्यादि जैसे देशों के प्रतिनिधि भी शामिल हो रहे हैं। बुधवार,बृहस्पतिवार व शुक्रवार तीनों दिन सेमीकॉन इंडिया-2024 में सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।

इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ मौजूद रहेंगे। इस कार्यक्रम में 29 देशों से आए प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।

भविष्य में सालाना पाँच लाख से अधिक रोजगार पैदा करने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही देश को सेमीकंडक्टर में आत्मनिर्भर बनाना है। एमटेक और बीटेक करने वाले स्टूडेंट्स समेत तकनीकी शिक्षकों को भी इसका फायदा मिलेगा। स्टूडेंट़्स को निवेश करने वाली कंपनी में पेड इंटर्नशिप मिलेगी। यहाँ 500 से 1000 स्टूडेंट्स को हर साल प्रशिक्षित (ट्रेंड ) किया जाएगा,जिसके बाद वे अपना स्टार्टअप भी खोल सकेंगे।

29 देशों के प्रतिनिधि सेमीकॉन इंडिया में शामिल होंगे और 830 स्टॉल लगाए जाएँगे। 50 हजार से अधिक कारोबारी इस तीन दिवसीय सेमीकॉन इंडिया-2024 कार्यक्रम में पहुँचेंगे। देश में बनाए जा रहे सेमीकंडक्टर पार्क में निवेश एवं कंपनी खोलने के लिए प्रदेश की सेमीकंडक्टर पॉलिसी से भारत और अन्य देशों के कारोबारियों को वाकिफ कराया जाएगा।

अभी फिलहाल भारत सेमीकंडक्टर के मामले में दूसरे देशों जैसे-चीन,अमेरिका और ताइवान पर निर्भर है। भारत को सेमीकंडक्टर की आपूर्ति में कोरोना काल और बीते समय में चीन-ताइवान के बीच बढ़े तनाव के बीच परेशानी का सामना करना पड़ा था,जिसके बाद देश में सेमीकंडक्टर के उत्पादन की कवायद शुरू की जा रही है।

उत्तर प्रदेश का पहला सेमीकंडक्टर पार्क यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में विकसित होगा। यमुना विकास प्राधिकरण ने कई कंपनियों के साथ सेमीकंडक्टर बनाने के लिए एमओयू साइन किए है। सेमीकंडक्टर के उत्पादन में भारत काफी पीछे है। यहाँ अभी तकरीबन 2,000 चिप ही हर साल डिजाइन किए जाते हैं,जबकि यहाँ साल 2026 तक 55 बिलियन डॉलर सेमीकंडक्टर की खपत होने की संभावना है और 2030 तक यह खपत 110 बिलियन डॉलर से भी अधिक होने की संभावना है।

देश में सेमीकंडक्टर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कच्चा माल और उपकरण,टेस्टिंग फैसिलिटी और स्किल्ड मैनपावर,सप्लाई चेन इत्यादि जैसे कई अहम चुनौतियों को पार करनी हैं। ऐसे में योजना बनाई जा रही है कि इसकी क्षमता को कई गुना तक बढ़ाया जाए। ताकि सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश आत्मनिर्भर बने साथ ही प्रदेश की इकोनॉमी का लक्ष्य 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुँच सके।